भीलवाड़ा : एलाइजा टेस्ट में हो चुकी 500 से ज्यादा डेंगू पीड़ित मरीजों की पहचान, चिकित्सा विभाग की 100 टीम सक्रिय

कोरोना का कहर अभी तक थमा नहीं और इस बीच डेंगू ने अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया हैं। प्रदेशभर में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बात करें भीलवाडा की तो है। पिछले 1 महीने में इस जिले में एलाइजा टेस्ट में 500 से ज्यादा डेंगू से पीड़ित मरीजों की पहचान हो चुकी है। लेकिन जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या इससे काफी ज्यादा है। इससे चिकित्सा विभाग की नींद उड़ गई हैं और जिले भर में विभाग की 100 टीम सक्रिय हैं जो अलग-अलग इलाकों में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य का सर्वे कर रही है। साथ ही लोगों के घरों में इकट्ठा कूलर का पानी व अन्य स्थानों पर इकट्ठे पानी में लार्वा की मौजूदगी को लोगों को भी बता रही है। टीमों द्वारा जिले के करीब तीन हजार से ज्यादा क्षेत्रों में डेंगू के लार्वा की उपस्थिति को दर्ज किया गया है।

टीमों द्वारा लोगों को इस डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए जागरुक भी किया जा रहा है। इधर, बढ़ रहे डेंगू के चलते जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ चुकी है। प्रतिदिन बीमार मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जिससे अस्पताल में लंबी कतारें भी नजर आ रही है। जिले में हाल ही में हुई बारिश के बाद डेंगू का प्रकोप सबसे ज्यादा देखने को मिला है। विभिन्न स्थानों पर बरसाती पानी इकट्ठा होने व घरों में इकट्ठे हो रखे पानी में डेंगू का लार्वा तेजी से पनप रहा है। जो इंसानों के लिए घातक बनता जा रहा है। डेंगू मच्छर के काटने सही अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है।

डॉक्टरों की माने तो जिले में डेंगू से सबसे ज्यादा छोटे बच्चे चपेट में आए हैं। डेंगू मच्छर के काटने से बच्चों की प्लेटलेट कम होती जा रही है। और उनका शरीर कमजोर होता जा रहा है। जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। वर्तमान में जिला मुख्यालय पर महात्मा गांधी अस्पताल की बात करें तो यहां बच्चों के लिए बेड की कमी पड़ने लग गई है। ऐसे में एक बेड पर दो बच्चों को रखना पड़ रहा है।