चित्तौड़गढ़ : खुला सांवलिया सेठ का भंडारा, दो दिन में हुई 5.50 करोड़ की गिनती, अभी और लगेंगे तीन दिन

चित्तौड़गढ़ के प्रख्यात कृष्ण धाम श्रीसांवलिया जी मंदिर के प्रति भक्तों की बड़ी आस्था हैं और भक्तगण मंदिर में दर्शन करने के साथ ही चढ़ावा भी चढाते हैं। बीते दिन सोमवार को अमावस्या पर मंदिर के भंडारे की दूसरे दिन गणना की गई। कर्मचारी कम थे, लेकिन भंडारे यानी दानपात्र से निकली 95 लाख रुपए से अधिक की राशि की गिनती कर ली गई। इन दो दिनों में अब तक 5.50 करोड़ रूपये की गिनती हो चुकी हैं जबकि पूरी गिनती होने में अभी तीन दिन और लगेंगे। पूरे देश में भारी मान्यता वाले इस मंदिर में लाखों भक्त आते हैं और भारी मात्रा में चढ़ावा चढ़ाते हैं। इसमें न केवल कैश होता है, बल्कि सोने-चांदी के जेवर से लेकर सोने-चांदी के बर्तन, नारियल और अनगिनत तरह की सामग्री शामिल होती है।

मंदिर में रविवार को नोटों की गिनती के समय कर्मचारी भी लगभग 120 थे, लेकिन सोमवार को घटकर 50-60 रह गए। इसलिए कम राशि की गिनती हो सकी। रविवार को कृष्ण चतुर्दशी पर राजभोग आरती के बाद भंडार खोला गया था। रविवार को पहले दिन भंडार से निकाले गए 4 करोड़ 53 लाख 48 हजार रुपए की गिनती हुई। शेष राशि और सिक्कों की गिनती बाकी थी, जिनकी गिनती सोमवार को की गई। दूसरे दिन सिर्फ 95 लाख 9 हजार 500 रुपए की गिनती की गई। जबकि बाकी छोटे नोटों की गिनती करने में अब भी दो-तीन दिन लगेंगे। बताया जा रहा है कि करीब 1.5 करोड़ के नोट अब भी बाकी है। कार्यालय में नगद और मनीऑर्डर से 72 लाख 71 हजार 149 रुपए भेंट में आए। अब तक भंडारे से कुल 5 करोड़ 48 लाख 57 हजार 500 की राशि प्राप्त हो चुकी है। गिनती के कारण सोमवार को भी मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन बन्द रखे गए।

मंदिर मंडल के अनुसार इन दोनों दिन श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत रहती है, लेकिन गिनती के कारण मंदिर के पट भक्तों के लिए बंद रखे गए। कृष्ण चतुर्दशी पर हर वर्ष मेला भरता है, लेकिन इस बार भी कोरोना के कारण मेले को स्थगित रखा गया। अब मंदिर के पट मंगलवार को खुलेंगे। श्रद्धालु भी दर्शन कर सकेंगे।