दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ मोहन यादव ने सम्भाली मध्यप्रदेश की सत्ता, जल्द होगा मंत्रिमंडल का गठन

भोपाल। मोहन यादव अब मध्य प्रदेश के नए सीएम बन गए हैं। मोहन यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा शासित राज्यों के 11 मुख्यमंत्री शामिल हो रहे हैं। समारोह में गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया आदि समारोह में मौजूद रहे।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य वीआईपी मेहमान छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए। अब ये सभी छत्तीसगढ़ के मनोनीत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। उनका शपथ ग्रहण समारोह शाम 4 बजे के आसपास होना है।

भाजपा ने छत्तीसगढ़ के लिए विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री चुना है। विष्णुदेव साय शाम 4 बजे शपथ लेंगे। विष्णु देव के साथ अरुण साव और विजय शर्मा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रदेश में विपक्ष के नेताओं को भी शपथ ग्रहण के लिए निमंत्रण भेजा गया है।

अभी कैबिनेट का निर्धारण नहीं

मोहन यादव के साथ सिर्फ दो डिप्टी सीएम ने ही शपथ ली है। अभी बाकी कैबिनेट पर कोई फैसला नहीं हुआ है। यही वजह है कि बुधवार को अन्य किसी को भी शपथ नहीं दिलाई गई। बताया जा रहा है कि जल्द ही मंत्रिमंडल का गठन होगा।

शिवराज सिंह सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे मोहन यादव

मौजूदा मुख्यमंत्री मोहन यादव इससे पहले की शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री पद संभाल चुके हैं। उनके पास तब उच्च शिक्षा मंत्री का जिम्मा था। इसके अलावा उन्होंने पर्यटन के लिए भी काम किया था।

नरेंद्र सिंह तोमर को बनाया गया है स्पीकर

जिस दिन मोहन यादव के नाम की घोषणा सीएम के रूप में की गई थी, तब पार्टी ने विधानसभा स्पीकर के रूप में नरेंद्र सिंह तोमर को चुना था। नरेंद्र सिंह तोमर सीएम की रेस में थे। वह चुनाव से पहले सांसद थे और केंद्रीय मंत्री का जिम्मा था, लेकिन पार्टी ने उन्हें विधानसभा में उतारा तो अटकलें लगाई जा रही थी कि वह मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वहीं, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को अभी कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई है।