सरकार का बड़ा फैसला, 1 अप्रैल से 45 साल और उससे ऊपर के सभी लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीनेशन को लेकर बड़ी खबर आ रही है। एक अप्रैल से 45 साल से ऊपर के सभी लोग कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। लोगों को सिर्फ अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा और उन्हें आसानी से सरकारी और प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीन मिल जाएगी। जावड़ेकर ने बताया कि आज तक पूरे देश में 4.85 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन के डोज लग चुके हैं। इनमें 80 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 32.54 लाख वैक्सीन के डोज दिए गए हैं। वैक्सीन देने का काम देश में तेजी से चल रहा है। बता दें कि अब तक 45 से 60 साल के बीच सिर्फ गंभीर बीमारियों वाले लोगों को ही वैक्सीन दी जा रही थी।

सरकारी सेंटर्स पर फ्री वैक्सीनेशन हो रहा

देश में करीब 10 हजार सरकारी सेंटर्स और हजारों प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीनेशन चल रहा है। सरकारी सेंटर्स पर वैक्सीन फ्री में लगाई जा रही है, जबकि प्राइवेट सेंटर्स पर 250 रुपए प्रति डोज के हिसाब से वैक्सीन लगाई जा रही है।

आपको बता दे, भारत में टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों यानी डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स और स्वास्थ्य से जुड़े लोगों को वैक्सीन दी गई थी। साथ ही फ़्रंटलाइन वर्कर्स यानी पुलिसकर्मियों, पैरामिलिट्री फ़ोर्सेज और सैन्यकर्मियों को भी टीका लगाया गया। 14 लाख लोगों को टीके की दूसरी डोज़ भी दी जा चुकी है। फिर 1 मार्च से वैक्सीनेशन का दूसरा फेज शुरू हुआ। दूसरे चरण में अब आम लोगों को वैक्सीन लग रही है। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई मंत्री वैक्सीन लगवा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने का है।

अब जब 1 अप्रैल से टीकाकरण अभियान का तीसरा चरण शुरू होगा तो किसी को बीमारी का प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि 45 वर्ष से ऊपर के हर व्यक्ति को वैक्सीन दिए जाने का ऐलान किया जा चुका है।

दरअसल, 9 फरवरी के बाद से देश में कोरोना की दूसरी लहर आ गई। उस दिन से देश के अलग-अलग राज्यों में डेली कोरोना केस की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी। 15 से 21 मार्च के बीते हफ्ते में तो कोरोना केस में हैरतअंगेज वृद्धि दर्ज की गई। खासकर महाराष्ट्र ने तो 21 मार्च को पिछले कोरोना पीक को भी पार कर लिया। महाराष्ट्र में सोमवार को 24,645 लोग कोरोना संक्रमित मिले। 5 दिन में राज्य में रोज आने वाले मामलों में गिरावट दर्ज की गई। यहां पिछले 24 घंटे में 19,463 मरीज ठीक हुए और 58 की मौत हो गई। राज्य में अब तक 25.04 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 22.34 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 53,457 संक्रमितों ने जान गंवाई है। अभी 2.15 लाख मरीजों का इलाज चल रहा है।

लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए एक्सपर्ट्स टीकाकरण अभियान का दायरा बढ़ाकर इसमें तेजी लाने की सलाह दे रहे थे जिसे सरकार ने मान लिया।