राजस्थान में मॉक ड्रिल की पूरी तैयारी, शाम 4 बजे गूंजेगा युद्ध सायरन

'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद भारत आज शाम एक राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल के लिए पूरी तरह से तैयार है। शाम 4 बजे देशभर के 244 चयनित जिलों में सिविल डिफेंस की यह सिक्योरिटी ड्रिल आयोजित की जाएगी, जिसमें राजस्थान के 28 शहर भी भाग ले रहे हैं। इसको लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ बैठक की और मॉक ड्रिल से संबंधित जरूरी निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत, गृह सचिव आनंद कुमार, डीजीपी यू.आर. साहू, एसीएस शिखर अग्रवाल, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल, डीजी इंटेलिजेंस संजय अग्रवाल और सिद्धार्थ सिहाग भी उपस्थित रहे।

राजस्थान के इन शहरों में बजेगा युद्ध सायरन

शाम 4 बजे जैसे ही घड़ी की सुइयां पहुंचेंगी, कोटा, रावतभाटा, अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर, सीकर, नाल, सूरतगढ़, आबू रोड, नसीराबाद, भिवाड़ी, फुलेरा, नागौर, जालोर, बेवर, लालगढ़, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा और पाली में युद्ध सायरन की तेज आवाज सुनाई देगी। इस दौरान करीब 15 मिनट तक पूर्ण ब्लैकआउट रहेगा, यानी सभी घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों की लाइटें बंद कर दी जाएंगी। नागरिकों को इस दौरान संभावित हमले की स्थिति में स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न सुरक्षा उपायों की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

जयपुर में इन स्थानों पर गूंजेगा चेतावनी सायरन


जयपुर जिले के प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, शहर के लगभग दो दर्जन स्थानों पर सायरन के माध्यम से मॉक ड्रिल की जाएगी। प्रमुख स्थानों में जिला कलेक्ट्रेट, शास्त्री नगर, पावर हाउस, चांदपोल पावर हाउस, चौगान स्टेडियम, एमआई रोड बीएसएनएल ऑफिस, घाटगेट सेंट्रल जेल के पास, राजभवन, सचिवालय, आमेर जोहर सिंह गेट, एमएनआईटी, बजाज नगर और दुर्गापुरा शामिल हैं।

क्या होता है युद्ध सायरन?

युद्ध सायरन एक विशेष अलार्म सिस्टम है जिसका उपयोग किसी भी खतरे या आपदा की स्थिति में लोगों को सतर्क करने के लिए किया जाता है। इसकी तीव्र आवाज 2 से 5 किलोमीटर की दूरी तक स्पष्ट सुनाई देती है। सायरन की ध्वनि ऊपर-नीचे होती रहती है, जिससे यह सामान्य वाहनों के हॉर्न या एंबुलेंस की आवाज से अलग पहचानी जाती है। युद्ध, हवाई हमले या किसी गंभीर आपदा के समय यह सायरन लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की चेतावनी देता है।

युद्ध सायरन बजने पर क्या करना चाहिए?

सायरन सुनते ही आपको 5 से 10 मिनट के भीतर किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाना चाहिए। अफवाहों से बचते हुए केवल सरकारी अलर्ट, टीवी या रेडियो पर प्रसारित सूचना पर भरोसा करना जरूरी है। प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए बिना घबराए शांतिपूर्वक स्थिति से निपटना चाहिए।