CM योगी के रास्ते से गाय-सांडों को हटाने के लिए ड्यूटी पर लगाए गए 9 इंजीनियर, हाथों में रस्सी लेकर रहेंगे तैनात

गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 जनवरी से गंगा यात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। गंगा यात्रा बलिया से बिजनौर तक 27 जिलों से होकर गुजरेगी। दोनों तरफ से यात्रा का समागम 31 जनवरी को कानपुर में होगा। यात्रा कुल 1238 किलोमीटर की इस यात्रा में प्रदेश सरकार के 56 और केंद्र सरकार के आठ मंत्री शामिल होंगे। यात्रा के दौरान 30 स्थानों पर जन सभाएं भी की जाएंगी। गंगा यात्रा कार्यक्रम 29 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिर्जापुर पहुंच रहे है। जिसके लिए मिर्जापुर में खास इंतजाम किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रास्ते में गाय या सांड न आ जाएं इसके लिए पीडब्ल्यूडी जूनियर इंजीनियर्स की तैनाती की गई है। मिर्जापुर के अलग-अलग स्थानों पर 9 इंजीनियर्स मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यात्रा के दौरान हाथों में रस्सी लेकर तैनात रहेंगे।

पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियन्ता की ओर से सोमवार को जारी इस आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यात्रा के दौरान पुलिस लाइन मिरजापुर से बिरोही तक 9 अवर अभियन्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। इन अवर अभियन्ताओं को अपने लोगों (गैंग) के साथ 29 जनवरी को 8 से 10 रस्सी लेकर निर्धारित अपने-अपने कार्यस्थल पर उपस्थित रहने को कहा गया है। जारी आदेश में कहा गया है कि यदि आवारा पशु सड़क पर आएं तो उनका बांधकर रखें ताकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवागमन में कोई व्यवधान न पड़े।

इस संबंध में मिर्जापुर के इंजीनियर एसोसिएशन ने पीडब्ल्यूडी विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि उनके इंजीनियर पशुओं को पकड़ने में ट्रेंड नहीं है और अगर किसी भी कर्मचारी को चोट लगती है तो उसकी जिम्मेदारी इंजीनियर एसोसिएशन की नहीं होगी। बेहतर है कि प्रशासन किसी दूसरे एजेंसी से इस काम को कराएं।

बता दे, गंगा यात्रा कार्यक्रम पांच दिन तक चलेगी और इसका समापन कानपुर में होगा।