यूपी में टूटा एसपी-बीएसपी गठबंधन!, मायावती ने कहा - यादव वोट ट्रांसफर नहीं हुए

लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद बीएसपी-एसपी के रिश्तों में खटास सामने आ गई है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में यादव वोट बीएसपी के पक्ष में ट्रांसफर नहीं हुए हैं इसलिए बीएसपी अब उत्तर प्रदेश में 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उप चुनाव में अकेले लड़ेगी। मायावती ने बैठक के दौरान कहा कि शिवपाल यादव ने यादवों का वोट काटा है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले बड़ी तैयारी के बाद एसपी, बीएसपी और आरएलडी के बीच गठबंधन हुआ था। तीनों दलों ने यूपी में 50 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया था। लेकिन लोकसभा चुनावों के परिणाम उम्मीदों के उलट रहा और बीएसपी केवल 10 सीटों पर ही जीत सकी जबकि एसपी को केवल 5 सीटें मिलीं। इतना ही नहीं सपा के दुर्ग कहे जाने वाले कन्नौज, बदायूं और फिरोजाबाद में परिवार के सदस्य चुनाव हार गए।

कई लोगों का यह भी कहना है कि गठबंधन के सीट बंटवारे में मायावती ने मन मुताबिक सीटें ले लीं। वोटों के अदान-प्रदान के लहजे से देखें तो जिन 10 सीटों पर बसपा ने जीत दर्ज की है, वहां सपा 2014 में दूसरे स्थान पर थी। इसी कारण सपा को असफलता मिली। नगीना, बिजनौर, श्रावस्ती, गाजीपुर सीटों पर सपा के पक्ष में समीकरण था। दूसरा कारण गठबंधन की केमेस्ट्री जमीन तक नहीं पहुंची। सभाओं में भीड़ देखकर इन्हें लगा कि हमारे वोट एक-दूसरे को ट्रान्सफर हो जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मायावती को यह मालूम था कि मुस्लिम वोटरों पर मुलायम की वजह से सपा की अच्छी पकड़ है। इसका फायदा मायावती को हुआ। मायावती ने जीतने वाली सीटें अपने खाते में ले ली। कई सीटों पर बसपा उम्मीदवार बहुत मामूली अंतर से हार गए। इसमें मेरठ और मछली शहर शामिल हैं। मछली शहर में मो बसपा उम्मीदवार टी। राम अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी बी।पी। सरोस से मात्र 181 मतों से हार गए। बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन ने 64 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीएसपी 38, एसपी 37 और आरएलडी 3 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ी थी। गठबंधन ने अमेठी और रायबरेली की सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी थी।