राजस्थान में दिख रहा डेंगू का खतरनाक रूप, मिल चुके 5000 मामले, गई 25 लोगों की जान

प्रदेश में कोरोना का कहर जरूर कम हुआ हैं लेकिन इस बीच डेंगू के डंक का कहर बढ़ता जा रहा हैं। बारिश के बाद से ही प्रदेश में डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। बारिश के बाद एडीज एजिप्टाई मच्छर के काटने से डेंगू वायरस खतरनाक रूप दिखा रहा है, जिसे ब्रेक बोन बुखार के नाम से भी जाना जाता है। ये लोगों को मौत के मुंह में ले रहा है। प्रदेश के 31 जिलों में डेंगू केस 5000 मिल चुके है। जिनमें 25 लोग दम तोड़ चुके है। लेकिन विभाग के आंकड़ों में सिर्फ 8 मौत ही है।

डेंगू के लगातार मिल रहे मामलों से चिकित्सा विभाग के रोकने के दावे फेल और इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। चौंकाने वाली जानकारी ये है कि अकेले एसएमएस अस्पताल में अब तक 270 मरीज में से 14 की मौत हो चुकी है। अक्टूबर माह में ही डेंगू से चार की मौत हो चुकी है। एसएमएस की ओपीडी दोगुनी हो गई है।

डॉक्टरों के अनुसार डेंगू शॉक सिन्ड्रोम और हेमरेजिक फीवर से ज्यादा मौतें हो रही है। दूसरी या तीसरी स्टेज में पहुंचने और समय पर इलाज नहीं मिलने पर मरीज मौत के मुंह में चला जाता है। दो स्थितियों में डेंगू खतरनाक हो सकता है पहला ब्लड प्रेशर कम होने और दूसरा खून में प्लेटलेट का गिरना। ऐसे में ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है।