
दिल्ली के कनॉट प्लेस में गुरुवार दोपहर एक रेस्टोरेंट की रसोई में आग लग गई, जिससे छह लोग झुलस गए। आग बुझाने के लिए दमकल की छह गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग एलपीजी सिलेंडर में लीकेज के कारण लगी थी। घायलों को तत्काल चिकित्सा के लिए आरएमएल अस्पताल ले जाया गया। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) को दोपहर 11:55 बजे बिक्कगने बिरयानी रेस्टोरेंट में आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद दमकल टीम तुरंत मौके पर पहुंची। हालांकि, खबर लिखे जाने तक आग पूरी तरह बुझाई नहीं जा सकी थी।
डीएफएस कर रहा दुकानों के एनओसी की जांचखान मार्केट में हाल ही में एक अन्य रेस्तरां में आग लगने की घटना के बाद, दिल्ली अग्निशमन सेवा ने बाजारों में स्थित दुकानों के अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की जांच करने का फैसला किया है। 22 फरवरी की सुबह खान मार्केट के एक रेस्तरां में आग लग गई थी, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। दमकल विभाग को सुबह 2:56 बजे सूचना मिली थी, जिसके बाद छह दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। इस आग ने दो समीपवर्ती रेस्तरां की छतों पर बने अस्थायी बार और डाइनिंग क्षेत्रों को प्रभावित किया था। दमकल कर्मियों ने ग्राउंड प्लस दो मंजिला इमारतों में स्थित दोनों प्रतिष्ठानों की आग पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया।
खान मार्केट का निरीक्षण करेगी डीएफएस टीमदिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालांकि फायर एनओसी से जुड़ा मामला अदालत में विचाराधीन है, लेकिन विभाग समय-समय पर सभी दुकानदारों से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने का अनुरोध करता है। इसी क्रम में विभाग की टीमें जल्द ही खान मार्केट का दौरा कर एनओसी की जांच करेंगी।
सख्त कार्रवाई की मांगखान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने कहा कि सरकार को उन दुकानदारों और रेस्तरां मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए, जिनके पास फायर एनओसी नहीं है। उन्होंने कहा, ऐसी लापरवाहियां न केवल गंभीर जोखिम पैदा करती हैं, बल्कि अन्य व्यवसायों को भी प्रभावित करती हैं। मेहरा ने यह भी बताया कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने खान मार्केट के कुछ रेस्तरां मालिकों को स्थगन दिया हुआ है, जिनके पास एनओसी नहीं है। हाल ही में दो रेस्तरां में लगी आग ने अन्य व्यवसायों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला है, जिससे सुरक्षा उपायों की अनदेखी के खतरे उजागर हुए हैं।