कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ प्रदर्शन, जर्मनी की राजधानी बर्लिन में इकट्ठी हुई 18 हजार की भीड़

कोरोना का कहर देश-दुनिया को बर्बाद कर रहा हैं और चिंता का विषय बनता जा रहा हैं। लेकिन सरकारों द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पाबंदिया भी लगाई जा रही हैं और नियम तय किए जा रहे हैं। लेकिन जर्मनी की राजधानी बर्लिन में कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ लगातार विरोध किया जा रहा हैं और इसके लिए 18 हजार से भी अधिक की भीड़ जमा हो गई। राजधानी में बड़े पैमाने पर लोग सड़कों पर उतरे थे। लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग पहने विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि, बर्लिन पुलिस ने विरोध प्रदर्शन को काबू में कर लिया। बर्लिन पुलिस ने कहा, दुर्भाग्य से हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे थे। प्रदर्शन उग्र था।

कोरोना से बचने के लिए लोग जारी दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान एक निर्माण कंटेनर में आग लगा दी गई। पुलिस के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन में लगभग 18 हजार की भीड़ थी। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 3,000 अधिकारियों को तैनात किया था।

बता दें कि यह विरोध पूरे यूरोप में फैल गया है। इससे पहले इस तरह के प्रदर्शन पेरिस और अन्य जगहों पर भी हुए। क्योंकि कार्यकर्ताओं ने कोरोना को रोकने के लिए लगे प्रतिबंधों के विरोध में पूरे यूरोप में सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को बर्लिन में इकट्ठा होने का आग्रह किया था। बता दें कि वर्ल्डोमीटर के अब तक के आंकड़ों के मुताबिक, जर्मनी में दो लाख 42 हजार से ज्यादा मामले हैं। इनमें से दो लाख 13 हजार लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 9360 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।