WhatsApp को बेच सकते हैं Mark Zuckerberg, ये है वजह!

Facebook की पैरेंट कंपनी Meta के रेवन्यू में पहली बार गिरावट देखी गई है। साल 2022 की दूसरी तिमाही में रेवन्यू ड्रॉप देखा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मेटा की टोटल रेवन्यू में 1% का ड्रॉप देखा गया। इससे इसकी कमाई कम होकर 28.8 बिलियन डॉलर (लगभग 23 हजार अरब रुपये) हो गई। साथ ही कंपनी ने यह भी अनुमान लगाया है कि तीसरी तिमाही में भी इसमें गिरावट देखी जा सकती है। कंपनी के अनुमान के मुताबिक इसकी कमाई तीसरी तिमाही में लगभग 20 हजार अरब रुपये पर पहुंच सकती है। कंपनी की कमाई में गिरावट का असर इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp पर भी देखने को मिल सकता है। कंपनी इसे बेच सकती है।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने WhatsApp पर सबसे बड़ा इनवेस्टमेंट किया था लेकिन, कंपनी को इससे कोई खास फायदा नहीं हो रहा है। जकरबर्ग के सामने अभी कई चुनौतियां हैं। इंस्टाग्राम TikTok की तरह बन कर यूजर्स को इंगेज रखना चाहता है। WhatsApp काफी पॉपुलर इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप है। लेकिन, ये इंस्टाग्राम की तरह पैसे कमाकर कंपनी को नहीं दे पा रहा है। जकरबर्ग ने साल 2012 में इंस्टाग्राम को 1 बिलियन डॉलर में खरीदा था और ऐप ने 2019 में ही कंपनी को 20 बिलियन डॉलर का फायदा दिया था। उन्होंने साल 2014 में वॉट्सऐप को 19 बिलियन डॉलर में खरीदा था। लेकिन, कमाई के मामले में ये इंस्टाग्राम से काफी पीछे है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे बहुत कम रेवन्यू होने की वजह से इसके IPO के लिए पेश किया जा सकता है। मेटा इसे किसी प्राइवेट इक्विटी कंसोर्टियम या माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी को बेच सकती है। माइक्रोसॉफ्ट ने इसे खरीदने में पहले इंटरेस्ट दिखाया है।

इसके अलावा अगर Softbank का Arm Holdings IPO कंपनी के लिए अच्छा साबित होता है और Masayoshi Son अपना फोकस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स से हटाकर मैसेजिंग पर ध्यान लगाना चाहे तो वो भी वॉट्सऐप के खरीदार हो सकते हैं।

हालांकि, अभी कंपनी ने इसको लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी है। लेकिन, एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर कंपनी को लगातार घाटा होता रहे तो Mark Zuckerberg वॉट्सऐप को बेच सकते है।