मन की बात: मोदी ने कहा- हमें याद रखना चाहिए जीवन में मुश्किलों को पार करने का सामर्थ्य हमारे भीतर ही है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने दूसरे कार्यकाल में दूसरी बार देश से ‘मन की बात’ की। इस दौरान उन्होंने चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) की सफलता का जिक्र किया। उन्होंने कहा चंद्रयान-2 देश के लिए गौरव की बात है। इस मिशन से हमें विश्वास और निर्भीकता मिली है। मिशन चंद्रयान ने दिखाया कि हमारे वैज्ञानिक विश्वस्तरीय हैं। वैज्ञानिकों पर गर्व है। उन्होंने रिकॉर्ड समय में इसे लॉन्च किया और कई अवरोधों के बाद भी समय नहीं बदला। अब हमें सितंबर में लैंडर और रोवर के उतरने का इंतजार है। इसी दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को भारत के स्पेस मिशन से जुड़ी क्विज प्रतियोगिता से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया। पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रतियोगिता Mygov वेबसाइट पर 1 अगस्त से शुरू होगी और जीतने वाले को श्रीहरिकोटा ले जाया जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा, 'मन की बात के माध्यम से मैं देश के विद्यार्थी दोस्तों के साथ, युवा साथियों के साथ एक बहुत ही दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी साझा करना चाहता हूं और देश के युवक-युवतियों को निमंत्रित करता हूं।' उन्होंने कहा, 'बच्चों के लिए भारत के स्पेस मिशन से जुड़ी क्विज प्रतियोगिता कराई जाएगी, जो एक अगस्त से Mygov वेबसाइट पर शुरू होगी।'

मोदी ने आगे कहा, 'मैं स्कूलों से, अभिभावकों से, उत्साही आचार्यों और शिक्षकों से विशेष आग्रह करता हूं कि वे अपने स्कूल को विजयी बनाने के लिए भरसक मेहनत करें।' उन्होंने कहा, 'ईनाम के रूप में सर्वाधिक स्कोर करने वाले बच्चों को 7 सितंबर को श्रीहरिकोटा में चंद्रयान-2 की लैडिंग के क्षण का साक्षी बनने का मौका मिलेगा। इसके लिए आपको क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लेना होगा और सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे।'

हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं- चंद्रयान-2 मिशन पर मोदी

चंद्रयान-2 मिशन के बारे में पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि आपको आसमान के भी पार, अंतरिक्ष में, भारत की सफलता के बारे में, जरुर गर्व हुआ होगा। चंद्रयान-2 मिशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब बात नए-नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुजरने की हो, उत्साह की हो तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं।' उन्होंने कहा, 'हमें याद रखना चाहिए कि जीवन में भी मुश्किलों को पार करने का सामर्थ्य हमारे भीतर ही है।'

जल संरक्षण दिल को छूने वाला विषय था- मोदी


मोदी ने कहा, 'पिछली बार के मेरे आग्रह पर कई लोगों ने अपने द्वारा पढ़ी गई किताबों के बारे में नरेंद्र मोदी ऐप पर जानकारी साझा की है। आप पढ़ते-लिखते रहें और मन की बात के साथियों के इनके बारे में बताते रहें। जल संरक्षण आज अहम विषय है। देशभर में इसके लिए कार्य चल रहा है। रांची के कोरमा में ग्रामीणों ने श्रमदान करके पहाड़ से गिरते झरने को संरक्षित कर एक मिसाल पेश की है। आपको जानकर खुशी होगी कि मिजोरम देश का पहला राज्य है, जिसने अपनी जल नीति तैयार की है। हरियाणा सरकार ने किसानों को कम पानी वाली फसलों के लिए प्रेरित किया है। मेरे कहने से पहले भी जल संरक्षण आपके दिल को छूने वाला विषय था, सामान्य मानवी की पसंदीदा विषय था। मैं अनुभव कर रहा हूं कि पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है। सरकार हो, एनजीओ हो जलसंरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर कुछ-ना-कुछ कर रहे हैं। सामूहिकता का सामर्थ्य देखकर, मन को बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत संतोष हो रहा है।'

मोदी ने कहा, 'स्वच्छता अभियान 130 करोड़ देशवासियों के विश्वास से संभव हो पाया है। अब यह सुंदरता की ओर बढ़ रहा है। योगेश सैनी जैसे कई कलाकार अब ब्रिज और सड़कों को संवारने का काम कर रहे हैं। स्ट्रीट पेंटिंग के जरिए इन्हें सुंदर बनाया जा रहा है। अब हमें कचरे से कंचन बनाने की ओर बढ़ना है। देशभर में लोग सावन के महीने को अलग-अलग तरीके से सेलिब्रेट करते हैं। लोग कांवड़ यात्रा और अमरनाथ यात्रा में शामिल होते हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की मेहमान नबाजी की सराहना करता हूं। अब तक 4 लाख से ज्यादा लोग अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं।'