मणिपुर: उपद्रवियों ने सुरक्षा बलों पर किया हमला, 4 कमांडो सहित 7 घायल, हिंसा के बाद घाटी में कर्फ्यू

इंफाल। मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है और मंगलवार सुबह उपद्रवियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाया। यहां उपद्रवियों की फायरिंग में 4 पुलिस कमांडो और 3 जवान घायल हो गए हैं। इससे पहले सोमवार को नए साल के दिन मणिपुर में 4 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई और कई अन्य घायल हो गए। इस घटना के बाद राज्य के 5 घाटी जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है।

आधुनिक हथियारों से लैस उपद्रवियों की ओर से जबरदस्त गोलीबारी की जा रही है। यह वही हथियार हैं जिन्हें हिंसा के दौरान लूट लिया गया था। इसके अलावा भी उपद्रवियों ने कई हथियार स्थानीय स्तर पर बनाए हैं। मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में सुबह करीब 8:20 बजे सुरक्षाबलों और उपद्रवियों के बीच गोलीबारी हुई। इस दौरान इलाके में कई धमाकों की आवाज भी सुनाई दी। गोलीबारी में पुलिस कमांडो और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान घायल हुए हैं। इन्हें मोरेह स्थित असम राइफल्स के अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद इंफाल ले जाया जा रहा है। चिकित्सों ने घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर बताई है।

मंगलवार अलसुबह हुए इस हमले में अभी तक स्थिति संभाली नहीं जा सकी है। सुरक्षबलों को काफी समय तक बैकअप का इंतजार करना पड़ा। म्यांमार सीमा से सटे इस इलाके में अभी भी स्थिति काफी गंभीर है। बताया जा रहा है कि गोलीबारी वाले इलाके में सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के भी कुछ जवान सामना कर रहे हैं।

सोमवार को हिंसा के बाद घाटी में कर्फ्यू

मणिपुर में सोमवार को अवैधवसूली को लेकर हिंसा हो गई। चार गाड़ियों से वसूली करने आए हमलावरों ने कई लोगों को गोली मार दी। इस गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई। करीब दो दर्जन लोग घायल हैं। इसके कारण प्रशासन ने एक बार फिर से मणिपुर घाटी में पांचों जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया है।

सोमवार को मणिपुर के थौबल जिले में स्वचालित हथियारों से लैस समूह के एक हमले में 4 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। मणिपुर पुलिस ने हमले में मारे गए लोगों की शिनाख्त मोहम्मद दौलत (30 वर्षीय), एम सिराजुद्दीन (50 वर्षीय), मोहम्मद आजाद खान (40 वर्षीय) और मोहम्मद हुसैन (22 वर्षीय) के रूप में की है। प्रशासन का दावा है कि हिंसा पर काबू पा लिया गया है।

इससे पहले 30 दिसंबर रात करीब 11:30 बजे भी मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में संदिग्ध विद्रोहियों और पुलिस कमांडो के बीच गोलीबारी में 4 सुरक्षाबल घायल हो गए थे। इन विद्रोहियों ने कमांडो कॉम्प्लेक्स पर हमले के लिए RPG (रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड) का इस्तेमाल किया था। इसके बाद विद्रोहियों और सुरक्षाबलों की क्रॉस फायरिंग में कुछ नागरिक घायल हो गए थे। सभी घायलों का इलाज सुरक्षाबलों द्वारा ही किया गया था।

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा को लेकर एक वीडियो संदेश जारी करते हुए सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, मुझे निर्दोष लोगों की हत्या पर दुख है। अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगी हैं। मैं हाथ जोड़कर लोगों से अपील करता हूं कि वे दोषियों को पकड़ने में सरकार की मदद करें। मैं वादा करता हूं कि सरकार कानून के तहत न्याय देने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।

वीडियो आया सामने

इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उपद्रवियों के हमले का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में फायरिंग होती हुई दिख रही है। ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग किया गया है। इसमें यूजर ने राज्य में जारी हिंसा को म्यांमार हिंसा का प्रभाव बताते हुए इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताया गया है और भारत सरकार से कार्रवाई का अनुरोध किया है।