ManVsWild: PM मोदी ने बेयर ग्रिल्स को बताई अपने जीवन जुड़ी खास बातें... युवा पीढ़ी को दिया ये संदेश

डिस्कवरी चैनल (Discovery) के चर्चित शो में से एक 'मैन वर्सेज वाइल्ड' (Man vs Wild) में सोमवार को बेयर ग्रिल्स के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर आए। इस दौरान पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स (Bear Grylls) को अपने जीवन जुड़ी कई बातें बताई...

- प्रकृति से संघर्ष खतरनाक

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और बेयर ग्रिल्स के बीच प्रकृति को लेकर बातचीत हुई। बेयर ग्रिल्स कहा कि जिम कॉर्बेट काफी खतरनाक एरिया है। इस पर पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि 'अगर प्रकृति से संघर्ष करोगे, नेचर के खिलाफ रहोगे तो आपको सब कुछ खतरनाक लगेगा। तब आपको इंसान भी खतरनाक लगेंगे। लेकिन अगर आप प्रकृति के साथ हैं, उसे प्यार करते हैं और उसे बचाने की कोशिश करते हैं तो जंगली जानवर भी आपका साथ देते हैं।' मोदी ने कहा, 'आपको कभी भी प्रकृति से नहीं डरना चाहिए क्योंकि जब हमें लगता है कि प्रकृति के साथ हमारा सामंजस्य बिगड़ रहा है, समस्या वहीं से शुरू होती है।'

- कपड़े धोने के लिए नहीं होता था साबुन

कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने बचपन के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि उनका बचपन बड़ी गरीबी में बीता। वह गुजरात में अपने परिवार के साथ रहते थे। पीएम मोदी ने बताया कि गरीब परिवार से ताल्लुक रखने के कारण उनके पास नहाने और कपड़े धोने के साबुन के भी पैसे नहीं होते थे। ऐसे में वह ओस की सुखी हुई परतों को पानी में गर्म करके उसका इस्तेमाल नहाने और कपड़े धोने के लिए करते थे।

- बचपन से ही साफ-सुथरा रहना पसंद

यह तो हम सभी जानते है कि प्रधानमंत्री मोदी को उनके कपड़ों और फैशन के लिए भी जाना जाता है। शो के दौरान पीएम मोदी से बेयर ग्रिल्स ने पूछा कि वह खुद को इतना मेंटेन किस तरह करते हैं। इस पर पीएम ने कहा कि बचपन से ही उन्हें साफ-सुथरा रहना पसंद है। उन्होंने कहा कि गरीबी के बावजूद उन्हें साफ-सुथरी वर्दी में स्कूल जाना पसंद था और वह तांबे के लोटे में कोयला जलाकर अपने कपड़े आयरन करते थे।

- रेलवे से खास कनेक्शन

शो के दौरान प्रधानमंत्री के रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने का भी जिक्र आया। बेयर ग्रिल्स ने कहा कि आपके लिए रेलवे स्टेशन काफी खास होगा, जिसका जवाब पीएम मोदी ने हां में दिया। पीएम मोदी ने कहा कि उनके पिता रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। वह स्कूल से आकर अपने पिता की मदद किया करते थे।

- किसी को मारना मेरे संस्कार में नहीं

जंगल में सफर के दौरान बेयर ग्रिल्स एक लकड़ी और चाकू की मदद से सुरक्षा के लिए एक हथियार तैयार करके पीएम मोदी को देते हैं। इस पर मोदी ने कहा ईश्वर सबका ख्याल रखते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी आस्था उन्हें किसी की जान लेने की इजाजत नहीं देती है, लेकिन आपकी सुरक्षा के लिए मैं इसे अपने पास रख लेता हूं।

- 18 साल में ली पहली छुट्टी

बेयर ग्रिल्स के साथ शो को प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 18 सालों में अपनी पहली छुट्टी बताया। बेयर ग्रिल्स ने पीएम मोदी से सवाल पूछा कि उनके मन में पहली बार प्रधानमंत्री बनने का ख्याल कब आया। इस पर मोदी ने कहा कि वे करीब 13 साल एक राज्य के सीएम रहे। इसके बाद देश की जनता ने पीएम बना दिया। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा विकास पर ध्यान दिया। अगर इसे (शो को) वेकेशन कहें तो 18 साल में यह उनका पहला वेकेशन है।

- पिताजी चिट्ठी लिखकर देते थे बारिश की सूचना

कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि हमें प्रकृति के प्रति उत्साहित रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि जब मैं छोटा था तो हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। जब भी बारिश होती थी तो पैसा नहीं होने के बावजूद पिताजी 20-30 पोस्टकार्ड खरीदकर लेकर आते और सभी रिश्तेदारों को बारिश होने की खबर देते थे। हमें लगता कि इस बेवजह खर्चे की क्या जरूरत है, लेकिन अब अहसास होता है कि जब वे रिश्तेदारों को बताते थे कि हमारे गांव में बारिश हो गई है तो उनके चेहरे पर संतोष होता था।

- भूखे मर जाएंगे लेकिन लकड़ी नहीं बेचेंगे

'मैन वर्सेज वाइल्ड' में पीएम मोदी ने बताया कि कैसे उन्हें अपने परिवार से प्रकृति से प्रेम करने की सीख मिली। उन्होंने अपनी दादी से जुड़ा एक किस्सा बताते हुए कहा कि मेरी दादी जी पढ़ी-लिखी नहीं थी। मेरे चाचा ने लकड़ी का व्यापार करने का मन बनाया। इस पर मेरी दादी बहुत नाराज हुई। जब दादी से इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि भूखे मर जाएंगे, लेकिन लकड़ी बेचने का काम नहीं करेंगे। मेरी दादी का मानना था कि लकड़ी में भी जीवन है। पेड़ काटकर परिवार चलाना ठीक नहीं।

- पीएम ने किया तुलसी विवाह का जिक्र

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी और बेयर ग्रिल्स के बीच प्रकृति को लेकर काफी बातें हुई। इस दौरान बेयर ग्रिल्स ने नीम का जिक्र किया और इसे पेट के लिए काफी लाभदायक बताया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में हर पौधे को भगवान माना जाता है। यहां तुलसी विवाह की परंपरा है। तुलसी विवाह में भगवान के साथ तुलसी की शादी करते हैं।

- कोई डर महसूस ही नहीं किया

मोदी ने कहा, 'मेरी दिक्कत यह है कि मैंने कभी ऐसा कोई डर महसूस ही नहीं किया है। मैं लोगों को यह समझाने में असमर्थ हूं कि नर्वस होना क्या है और इससे कैसे निपटें क्योंकि मेरी मूल प्रकृति बेहद सकारात्मक है। मुझे सभी चीजों में सकारात्मकता नजर आती है। और इसी वजह से मुझे कभी निराशा नहीं होती है।'

- पीएम मोदी ने दुनिया के दिया ये संदेश

बेयर ग्रिल्स ने पीएम मोदी से पूछा कि अगर आप दुनिया को कोई संदेश देना चाहेंगे तो वह क्या होगा? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि प्रकृति से कुछ भी लेते हैं तो सोचें कि 50 साल बाद जो बच्चा होगा वो पूछेगा कि मेरे हक की हवा क्यों खराब कर रहे हो। मैं शाकाहारी हूं, प्राणी के लिए प्रकृति का महत्व मुझे पता है। पीएम मोदी ने कहा हमें अपने जीवन को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट कर नहीं दखना चाहिए। जब हम अपने जीवन में समग्र में देखते हैं जो उसमें उतार चढ़ाव दोनों होता है। अगर आप उतार पर हैं तो उसके बारे में ज्यादा मत सोचिए, क्योंकि ऊपर चढ़ने का रास्ता वहीं से शुरू होता है।