सामने आया कोरोना का नया खतरनाक रूप, 10 गुना ज्यादा है जानलेवा

दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) जमकर कहर बरपा रहा है। दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 2 करोड़ 17 लाख 823 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 44 लाख 7 हजार 913 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 7 लाख 70 हजार 523 की मौत हो चुकी है। अब एक और खतरनाक कोरोना वायरस सामने आया है। मलेशिया में कोरोना वायरस का ऐसा रूप (स्ट्रेन) मिला है जो 10 गुना ज्यादा खतरनाक है। इसका नाम D614G दिया गया है। यह पहली बार जुलाई 2020 में मिला।

कोरोना का यह स्ट्रेन 45 लोगों के समूह वाले संक्रमितों में से 3 लोगों में पाया गया है। यह वायरस भारत से लौटे एक रेस्तरां के मालिक के जरिए फैला है, जो यात्रा के बाद 14 दिन तक होम क्वारैंटाइन में नहीं रहा। शख्स को 5 महीने तक की जेल और जुर्माना लगाया गया है। वायरस का यही स्ट्रेन फिलीपींस से लौटने वाले लोगों में के एक और समूह में पाया गया। इसकी जानकारी मलेशिया के डायरेक्‍टर जनरल ऑफ हेल्‍थ नूर हिशाम अब्‍दुल्‍लाह ने फेसबुक पेज पर दी है।

हिशाम अब्दुल्ला के मुताबिक, कोरोना के जो भी स्ट्रेन सामने आते हैं, इसके कई मायने होते हैं। कोरोना अपना रूप बदलते हैं, इसका कुछ असर वैक्सीन की क्षमता पर भी पड़ता है। अब्दुल्ला ने कहा कि इस कोरोना वायरस की नए रूप का मतलब यह हो सकता है कि म्यूटेशन के खिलाफ टीकों पर मौजूदा अध्ययन अधूरा या अप्रभावी हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि अब तक इन दो समूहों को क्षेत्र पर तेजी से फैलने वाले सार्वजनिक स्वास्थ्य नियंत्रण कार्यों के कारण नियंत्रित किया जाता है। यह परीक्षण एक प्रारंभिक परीक्षण है और कई अन्य मामलों का परीक्षण करने के लिए प्रगति के कई अनुवर्ती परीक्षण हैं।

अब्दुल्ला ने कहा कि इसका मतलब है कि लोगों को देश में अधिक जागरूक और सावधान रहने की जरूरत है। म्यूटेशन अन्य व्यक्तियों को 10 गुना अधिक संक्रमित करता है और एक व्यक्ति 'सुपर स्प्रेडर' द्वारा अधिक आसानी से फैलता है। उन्होंने कहा कि मलेशिया का मुख्य मकसद सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुरक्षित करना है। साथ ही लोगों को कोविड-19 मानदंडों का सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है। जैसे कि अच्छी आत्म-स्वच्छता का अभ्यास करना और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षात्मक कपड़े पहनना।

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना के स्ट्रेन में बदलाव सबसे ज्यादा यूरोप और अमेरिका में देखा गया, लेकिन यहां के स्ट्रेन अधिक खतरनाक साबित नहीं होंगे। सेल प्रेस जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, कोरोना के ऐसे रूपों का वैक्सीन की क्षमता पर बहुत ज्यादा गहरा असर पड़ने की आशंका कम ही है।

दुनियाभर के मुकाबले, कोरोना के मामलों को रोकने और उससे निपटने में मलेशिया ने बेहतर काम किया है। 28 जुलाई से अब तक (16 अगस्त) यहां मात्र 26 नए मामले ही सामने आए हैं। नया स्ट्रेन मिलने के बाद यहां के लोगों को अलर्ट किया गया है