मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना ने कहा - भगवान राम के आशीर्वाद से खत्म हो जाएगा कोरोना संकट

राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। अयोध्या उत्सव के लिए गेरुआ ओढ़े तैयार हो चुकी है। अयोध्या में दीवाली जैसा माहौल बना दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। इसका पूजन कार्यक्रम सोमवार से शुरू हो चुका है। 21 वैदिक आचार्यों ने सोमवार सुबह 9 बजे यजमान महेश भरतचक्रा को संकल्प दिलाते हुए पूजन किया। आज रामार्चा पूजा हो रही है, जिसे डॉ रामानंद दास करा रहे हैं। प्रधानमंत्री के भूमिपूजन के दिन अयोध्या, मथुरा, काशी, दिल्ली के आचार्य पूजन कराएंगे।

उधर, शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के सम्पादकीय में लिखा कि भगवान राम के आशीर्वाद से कोविड-19 खत्म हो जाएगा। साथ ही अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन में एलके अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के शामिल ना होने पर भी टिप्पणी की।

'सामना' के सम्पादकीय में शिवसेना ने कहा, 'देश के प्रधानमंत्री के मंदिर की नींव रखने से बड़ा स्वर्णिम पल कोई नहीं हो सकता। कोरोना वायरस फैला है लेकिन वह भगवान राम के आशीर्वाद से खत्म हो जाएगा'

शिवसेना ने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता अडवाणी और जोशी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसमें हिस्सा लेंगे। वह कोविड-19 के मद्देनजर अयोध्या नहीं जा रहे। इस अभियान से जुड़ी रहीं उमा भारती भी अयोध्या नहीं जाएंगी।

शिवसेना ने कहा कि देश भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर उत्साहित है। उसने कहा, 'कोरोना वायरस फैला है। अयोध्या, उत्तर प्रदेश और पूरे देश में यह फैला है। यह संकट भी भगवान राम के आशीर्वाद से खत्म हो जाएगा।'

शिवसेना ने कहा कि अयोध्या में सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी गृह मंत्रालय ने उठाई और अब केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का वहां नहीं जा पाने से कार्यक्रम थोड़ा फीका तो पड़ेगा। शाह ने रविवार को ही कोरोना वायरस से अपने संक्रमित होने की जानकारी दी थी।