उद्धव सरकार गिरी तो क्या BJP के साथ जाएगी NCP? सवाल पर शरद पवार ने दिया ये जवाब

महाराष्ट्र की उद्धव सरकार खतरे में है। उनके दिग्गज मंत्री एकनाथ शिंदे अपने यानी, शिवसेना के 15, एक एनसीपी और 14 निर्दलीय विधायकों के साथ गुजरात के सूरत जा बसे। इस टोली में शिंदे के अलावा 3 मंत्री और हैं। शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। वहीं, इस सियासी उठापटक के बीच NCP प्रमुख शरद पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने शिवसेना पर छाये संकट से खुद को और NCP को अलग कर लिया। इसके साथ-साथ पवार ने साफ किया कि अगर उद्धव सरकार गिरती भी है तो NCP बीजेपी के साथ जाने की जगह विपक्ष में बैठना पसंद करेगी।

दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार से सवाल पूछा गया था कि क्या NCP भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना सकती है? इसपर शरद पवार ने कहा कि इस सवाल का मतलब नहीं बनता। वह बोले कि सरकार गिरती है तो NCP विपक्ष में भी बैठ सकती है।

रिपोर्टर ने आगे दोबारा सवाल पूछा कि मतलब NCP बीजेपी के साथ नहीं जाएगी? इसपर वहां बैठे बाकी लोग हंस देते हैं और शरद पवार मुस्कुराकर चुप हो जाते हैं।

पवार ने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना तीनों ही साथ हैं। आज हम लोग मिलकर इस पर चर्चा करेंगे और शाम तक मीडिया को जानकारी देंगे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ने कहा कि जो कुछ महाराष्ट्र में हुआ यह पिछले दो ढाई साल में तीसरी बार है। मुझे याद है जब पहले उद्धव ठाकरे की सरकार बनी थी तब कुछ हमारे विधायकों को उठाकर हरियाणा और गुड़गांव में रखा गया था। लेकिन बाद में वे वहां से निकलकर वापस आ गए और हमने सरकार बनाई। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गिराने की साजिश पहले भी हुई है पर चिंता की बात नहीं... उद्धव सरकार चलती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार का मसला नहीं है, यह शिवसेना का अंदरूनी मामला है।