मुंबई की इस डॉक्टर के पीछे पड़ा कोरोना, 14 महीने में तीन बार हुई संक्रमित; 2 बार तो वैक्सीन लगने के बाद

मुंबई में कोरोना से संक्रमण होने का बेहद ही चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां, मुलुंड इलाके की रहने वाली एक डॉक्टर पिछले साल जून से अब तक तीन बार कोरोना से संक्रमित हो चुकी है। सबसे खास बात यह है कि डॉक्टर को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। डॉक्टर वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद दो बार संक्रमित हो चुकी है।

BMC के कोविड सेंटर में काम करने के दौरान डॉ सृष्टि हलारी 17 जून 2020 को पहली बार कोरोना पॉजिटिव हुई थीं। उसके बाद 29 मई 2021 और 11 जुलाई 2021 को तीसरी बार कोरोना से संक्रमित हुई। डॉक्टर सृष्टि हलारी को मई से पहले ही वैक्सीन के दोनों डोज लग गए थे।

सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए किया कलेक्ट

मुलुंड इलाके की रहने वाली डॉ सृष्टि हलारी के तीन बार कोरोना संक्रमित हो जाने के बाद अब उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए कलेक्ट किया गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक तीसरी बार संक्रमण के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें कोरोना के वैरिएंट से लेकर इम्यूनिटी लेवल या गलत जांच रिपोर्ट भी बड़ी वजह हो सकती है।

डॉ. हलारी के दो सैंपल कलेक्ट किए गए हैं। इनमें से एक BMC ने और दूसरा एक प्राइवेट हॉस्पिटल ने लिया है। BMC के एक अधिकारी ने बताया कि डॉ सृष्टि हलारी के सैंपल से यह पता किया जा रहा है कि वैक्सीनेशन के बावजूद उनके संक्रमित होने के पीछे क्या वजह हो सकती है। अभी रिपोर्ट आना बाकी है।

डॉ. सृष्टि हलारी का कहना है कि पहली बार एक सहकर्मी की वजह से संक्रमित हुई थी फिर मैंने अपनी पोस्टिंग पूरी की और पीजी एडमिशन एग्जाम से पहले ब्रेक लेने का फैसला किया और घर पर ही रही। जुलाई में मेरा पूरा परिवार ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया था।

सृष्टि का इलाज कर रहे डॉ मेहुल ठक्कर का कहना है कि ऐसा संभव है कि मई में हुआ दूसरा संक्रमण जुलाई में फिर से एक्टिवेट हो गया होगा। या फिर RT-PCR की रिपोर्ट निगेटिव आई हो। वहीं फाउंडेशन फॉर मेडिकल रिसर्च (FMR) की निदेशक डॉ नरगिस मिस्त्री का कहना है कि तीसरी बार संक्रमण की वजह कोरोना का कोई नया वैरिएंट भी हो सकता है।