महाराष्ट्र : सरकार बनाने में क्यों हो रही है देरी, संजय राउत ने बताई वजह

महाराष्ट्र में आए चुनावी नतीजों को तीन हफ्तों से ज्यादा हो गया है लेकिन सरकार घठन को लेकर आज भी तस्वीर साफ नहीं है। शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने को तैयार है लेकिन एनसीपी और कांग्रेस अब तक अपने अंतिम फैसला नहीं ले पाई है। हालाकि, खबर है कि आज शरद पवार सोनिया गांधी से मिलने वाले है। यह बैठक सोमवार शाम 4 बजे होने वाली है। इस मुलाकात में गठबंधन की शर्तों, स्वरूप और इसके आकार पर एक बार फिर से चर्चा होगी।

इससे पहले रविवार को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बेहद सधे शब्दों में कहा कि हम ये समझने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस एक साथ आ सकते हैं या नहीं। चव्हाण ने कहा है कि सोमवार को शिवसेना और कांग्रेस नेताओं की एक बैठक है। चव्हाण के मुताबिक इस बैठक में ये तय किया जाएगा कि दोनों पार्टियां एक साथ आगे बढ़ सकती भी हैं या नहीं। सरकार गठन की इतनी कोशिशों के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का ऐसा बयान इस संभावित गठबंधन पर सवाल खड़े करता है।

चव्हाण के अलावा एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी रविवार को कहा है कि शरद पवार और सोनिया गांधी सोमवार को मिलेंगे और एक वैकल्पिक सरकार बनाने की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। यानी कि एनसीपी-कांग्रेस के बीच इतनी मुलाकातों और चर्चाओं के बाद भी अबतक सरकार गठन की संभावनाएं ही तलाशी जा रही हैं।

दिसंबर तक डेडलाइन खींच ले गए राउत

इधर शिवसेना नेता संजय राउत भी राज्य में नवंबर में सरकार बनती नहीं देख पा रहे हैं। उन्होंने खुद कहा है कि अलग-अलग विचारधारा की पार्टियों को एक साथ आने में वक्त लग रहा है, इसलिए सरकार बनाने में देरी हो रही है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में दिसंबर तक सरकार बनेगी। संजय राउत ने कहा था कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा हो चुकी है हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। हमें 170 विधायकों का समर्थन हासिल होगा और हमारी सरकार पांच साल चलेगी और सीएम शिवसेना का ही होगा। कल शरद पवार साहब सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। हम अभी बात कर रहे हैं और एक-दूसरे से सभी मुद्दों पर चर्चा चल रही है। कोई बीजेपी के साथ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा किमहाराष्ट्र में दिसंबर तक सरकार बन जाएगी। उन्होंने कहा शरद पवार अनुभवी हैं, वो सरकार चाहते हैं। इसलिए उनका अनुभव काम आएगा। शरद पवार को लेकर हमारे मन को कोई संशय नहीं हैं। एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर हम अगले पांच साल तक सरकार चलाएंगे।

बता दें कि रविवार को एनसीपी कोर कमेटी की बैठक हुई थी। इस बैठक में शिवसेना को समर्थन से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा हुई। इस बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दावा किया कि चुनाव पूर्व बीजेपी से जुड़ने वाले कई विधायक एक बार फिर से पार्टी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि मेरिट के आधार पर ऐसे नेताओं को एनसीपी में वापस लिया जा सकता है। एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भी इस बात पर जोर दिया कि सरकार बनाने में कुछ वक्त लग सकता है क्योंकि एनसीपी की पहली प्राथमिकता स्थिर सरकार बनाने की है। खुद शरद पवार भी सरकार गठन में वक्त लगने की बात कह चुके हैं।