अजित पवार पर पहले से शक था, शरद पवार को भी दिया धोखा : संजय राउत

कल तक शिवसेना येही सोच रही थी कि महाराष्ट्र की सत्ता की चाबी उनके पास है और जल्द एक शिवसैनिक महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनेगा लेकिन बीजेपी ने शिवसेना से ये चाबी छीन ली है और आज सुबह सबको चौकाते हुए बीजेपी ने एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना दी है। आज सुबह बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली वही अजित पवार डिप्टी सीएम बने। ऐसा होने के बाद शिवसेना का मुख्यमंत्री बनने का सपना चूर-चूर हो गया। इस सियासी उठापटक के बाद शिवसेना (Shiv Sena) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने महाराष्ट्र के नए डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) पर आरोप लगाया कि उन्होंने सत्ता के लिए अपने चाचा और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) को धोखा दिया है। राउत ने कहा कि अजित पवार की बॉडी लैंग्वेज पर उन्हें लगातार शक हो रहा था।

राउत ने कहा, 'कल 9 बजे तक अजित पवार हमारे साथ बैठक में थे। अचानक गायब हो गए। वो हमसे नजर मिलाकर बात भी नहीं कर रहे थे। उनकी बॉडी लैंग्वेज ही अलग थी। शरद पवार को भी ये महसूस हो गया था। थोड़ी देर में अजित पवार बाहर चले गए थे और उनका फोन बंद हो गया था।'

संजय राउत ने इसके साथ ही कहा कि घटनाक्रम से शरद पवार का कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि एनसीपी और बीजेपी ने महाराष्ट्र की जनता से धोखा किया है। उन्होंने कहा, 'अजित पवार ने महाराष्ट्र की पीठ में खंजर घोपा, इससे शरद पवार का कोई संबंध नहीं है। ये धोखा महाराष्ट्र की जनता और छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ हुआ है। सत्ता और धन का दुरुपयोग किया गया। अंधेरे में पाप होता है, चोरी होती, व्यभिचार होता है। जिस तरह से अंधेरे में शपथ दिलाई गई, इससे शिवाजी महाराज के नाम को बदनाम किया गया है।'

राउत ने इसके साथ ही अजित पवार के खिलाफ लगे आरोपों की याद दिलाते हुए कटाक्ष किया कि 'जिसकी जगह आर्थर रोड जेल होनी चाहिए। वह महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बन गया।' वही एनसीपी प्रमुख शरद पवार का कहना है कि अजित पवार ने एनसीपी में फूट डाली है और बीजेपी के साथ सरकार बनाने का फैसला उनकी निजी है इसमें पार्टी का कोई लेना देना नहीं है।