उद्धव ठाकरे का फडणवीस को जवाब- ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी, सबको पता है झूठ कौन बोल रहा

महाराष्ट्र की राजनीति में उठापटक का दौर जारी है और इस उठा-पटक के बीच आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया हैं। फडणवीस ने इस्तीफे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा- ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री रहने के मुद्दे पर मेरे सामने कभी शिवसेना से बातचीत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि बातचीत विफल होने के लिए शिवसेना ही सौ फीसदी जिम्मेदार है। पिछले 10 दिनों में हमारे शीर्ष नेतृत्व मोदीजी के खिलाफ जिस तरह की बयानबाजी हुई, वह असहनीय है। फडणवीस ने कहा कि भाजपा-शिवसेना के गठबंधन को महाराष्ट्र की जनता ने बहुमत दिया। 160 से ज्यादा सीटें गठबंधन को मिलीं। भाजपा को 105 सीटें मिलीं। हमारा स्ट्राइक रेट 70% रहा है। दुर्भाग्य से हमें सीटें कुछ कम मिलीं। उन्होंने कहा- ढाई साल (मुख्यमंत्री पद) का जो विषय है, मैं आज भी साफ तौर पर यह कहना चाहता हूं कि मेरे सामने कभी भी ढाई साल के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। मेरे सामने ऐसा कोई निर्णय भी नहीं लिया गया था। उद्धव ठाकरे और हमारे पार्टी अध्यक्ष के बीच अगर ऐसी कोई चर्चा हुई हो, तो उसकी जानकारी मेरे पास नहीं है। फडणवीस ने स्पष्ट किया कि अगर कोई गलतफहमी हुई है तो इस पर चर्चा हो सकती है, लेकिन हम चर्चा करेंगे ही नहीं, ये बातें कही जा रही हैं। मैंने कई बार बातचीत की कोशिश की। मैंने खुद उद्धवजी को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

फडणवीस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं बाला साहेब की तरह सच के साथ खड़ा हूं। मुझ पर झूठ बोलने के आरोप लग रहे हैं। अमित शाह बात करने मुंबई आए थे। मैंने सीएम पद को लेकर अमित शाह से स्पष्ट रूप से बात की थी। सबको पता है झूठ कौन बोल रहा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि पदों और मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 पर सहमति बनी थी। मुझे इस पर सफाई देने की जरूरत नहीं। शिवसेना का सीएम होने के सपने को पूरा करने के लिए मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं है। हमारे काम बीजेपी जैसा नहीं। अमित शाह ने कहा था कि जिनकी ज्यादा सीट उनका सीएम। मैंने कहा कि मैं यह नहीं मानूंगा। देवेंद्र फडणवीस ने अमित शाह का हवाला देकर 2.5 साल के सीएम की बात होने से इनकार किया, जनता को पता है कौन झूठ बोल रहा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी। बीजेपी भूल गई कि दुष्यंत चौटाल ने उनके लिए क्या कहा था। शिवसेना झूठ बोलने वालों की पार्टी नहीं है। मैंने कभी पीएम मोदी पर आरोप नहीं लगाए। मैं बीजेपी वाला नहीं हूं। झूठ नहीं बोलता। मैं झूठ बोलने वालों से बात नहीं करता। मैंने कभी दुष्यंत चौटाला जैसी भाषा का प्रयोग नहीं किया।