प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ 2025 के दौरान एक भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे कई श्रद्धालु घायल हो गए, खासकर महिलाएं और बच्चे। यह घटना उस समय घटी जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ रहे थे और भीड़ की अधिकता के कारण अनुशासन की कमी आ गई।
घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया और भगदड़ की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए श्रद्धालु एक-दूसरे को कपड़ों से पकड़कर चलने लगे, ताकि किसी कारणवश वे अपनों से पीछे न रह जाएं। इस दृश्य ने स्थिति की गंभीरता को और बढ़ा दिया। प्रशासन ने बढ़ती हुई भीड़ और तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया।
जिस घाट पर हैं, वहीं स्नान करें : योगी आदित्यनाथसीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज आए श्रद्धालुओं से अपील की है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति मां गंगा के जिस घाट के करीब है, वह उसी घाट पर स्नान करें। संगम नोज की तरफ जाने का प्रयास न करें। श्रद्धालुओं के स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। वहां स्नान किा जा सकता है। प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें और व्यवस्था बनाने में सहयोग करें, साथ ही किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
श्रद्धालुओं से शांतिपूर्वक पास के घाटों पर स्नान की अपीलइस घटना में घायल हुए लोगों को तात्कालिक राहत प्रदान की गई और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जिनका ट्रीटमेंट चल रहा है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लिया और श्रद्धालुओं से अपील की कि वे शांतिपूर्वक अपने पास वाले घाट पर ही स्नान करें। जानकारी के अनुसार स्थिति अब पूरी तरह से कंट्रोल में है और सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया गया है।
इस घटना के बाद संतों ने भी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संगम में स्नान करने की बजाय नजदीकी घाटों पर स्नान करें और सुरक्षा का पालन करें। अखाड़ों ने भी फैसला लिया कि मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान को रद्द कर दिया जाए ताकि किसी तरह की अप्रिय दुर्घटना से बचा जा सके।