महाकाल के भक्तों को मिली राहत, मिल सकेगा शिवलिंग पर जलाभिषेक का लाभ

कोरोना के बाद से ही मध्यप्रदेश के महाकाल मंदिर में कुछ नियम तय किए गए थे जिनकी पालना कर ही भक्तों को भगवान के दर्शन प्राप्त होते थे। इस कोरोनाकाल में महाकाल के जलाभिषेक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। केवल पुजारी ही भगवान को जल अर्पित कर पाते थे। लेकिन अब समिति ने नियमों में बदलाव किया हैं जिसके अनुसार सभी भक्तों को शिवलिंग पर जलाभिषेक का लाभ मिल सकेगा। अब पुजारी स्वयं ही श्रद्धालुओं से बाल्टी में जल लेकर शिवलिंग पर जल अर्पित कर दिया करेंगे। यह फैसला भक्तों की आस्था और सुविधा को देखते हुए लिया गया।

इसके अलावा मंदिर में भस्म आरती और सामान्य दर्शन के लिए जारी टिकटों में भी बदलाव का फैसला लिया गया है। भस्म आरती के टिकटों पर महाकाल की तस्वीर लगी होती थी। इसे लोग इधर-उधर या कचरे के डिब्बे में फेंक देते थे और यह लोगों के पैरों के नीचे आ जाते थे, जो की भगवान का अपमान है। कई दिनों से इस बात का विरोध हो रहा था। इसी बात को संज्ञान में लेते हुए प्रबंधन समिति को टिकटों में बदलाव के लिए बोला गया। आगे से टिकटों पर महाकाल की तस्वीर नहीं छपेगी। इसके अलावा अब आम लोगों द्वारा पुजारियों के जरिए महाकाल पर जल चढ़वा लेने पर भी मंदिर प्रबंध समिति ने प्रतिबंधित कर दिया है।