नई दिल्ली। महादेव बैटिंग ऐप मामले में ईडी ने नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। नितिन के पास टेकप्रो आईटी सोल्यूशन लिमिटेड में सबसे ज्यादा शेयर होने का आरोप है। यह कंपनी विदेश में निवेश के नाम पर महादेव ऐप के लिए काम कर रही थी। अमित अग्रवाल महादेव ऐप में पार्टनर अनिल अग्रवाल का भाई है।
अमित अग्रवाल पर आरोप है कि उसने जानबूझकर महादेव ऑनलाइन बुक से मिले पैसे का उपयोग अपने और अपनी पत्नी के नाम पर संपत्ति खरीदने में किया। अमित अग्रवाल और उसकी पत्नी के खातों में कुल 2.5 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। अमित की ओर से फर्जी लोन भी दिखाया गया। ईडी अब तक इस मामले में 572.41 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। जिसमें 142.86 करोड़ रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियां कुर्क की गई है।
पीटीआई के मुताबिक ईडी के वकील सौरभ पांडे ने कहा कि गिरफ्तार किए दोनों आरोपियों को रायपुर की एक विशेष कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 17 जनवरी को ईडी हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में नितिन टिबरेवाल पर एक अन्य आरोपी विकास छापरिया का करीबी होने का आरोप है। दुबई से मुख्य प्रोमोटर की हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले ईडी की ओर से कहा गया था कि महादेव बैटिंग ऐप के अवैध धन का इस्तेमाल राजनेताओं और नौकरशाहों को रिश्वत देने के लिए किया गया था। ईडी ने इस मामले मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड के कई एक्टर और एक्ट्रेस को पूछताछ के लिए बुलाया था।br> इस
मामले में अब तक ईडी ने दो चार्जशीट दायर की है, जिसमें कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रोमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कई अन्य आरोपी शामिल हैं। चंद्राकर और उप्पल छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर के रहने वाले हैं। इन दोनों को हाल ही में दुबई में हिरासत में लिया गया था।