प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार रात हुई भगदड़ के बाद संगम स्थल पर भारी हंगामा मच गया। यह घटना उस समय हुई जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ रहे थे। अचानक हुई भगदड़ के कारण 20 से 25 लोगों के घायल होने की सूचना है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं और प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए कदम उठाए हैं। यह हादसा रात करीब 1 बजे हुआ।
महाकुंभ में हुई भगदड़ के बारे में विशेष कार्यकारी अधिकारी आकांक्षा राणा ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संगम की ओर जाने वाले रास्तों पर कुछ बैरियर टूटने के कारण भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हुई। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि घटना में घायल कुछ लोग हैं, लेकिन कोई गंभीर स्थिति नहीं है। सभी घायलों का इलाज चल रहा है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। प्रशासन ने तत्काल सुरक्षा उपाय किए हैं ताकि किसी और दुर्घटना को रोका जा सके।
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान रद्द
घटना के बाद संत राम भद्राचार्यजी ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षित रहें और संगम में स्नान करने के बजाय अपने पास वाले घाटों पर स्नान करें। उन्होंने बताया कि अखाड़ों ने फैसला लिया है कि मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान रद्द कर दिया जाएगा ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे अहम है और इसके लिए ज्यादा से ज्यादा सावधानियां बरती जा रही हैं।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की जरूरत
इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल उठे हैं। महाकुंभ की भगदड़ के बाद पीएम मोदी, अमित शाह ने भी सीएम योगी से बात की है। इस मामले की जांच भी शुरू हो गई है और प्रशासन राहत कार्य में लगा हुआ है।
अबतक 3 करोड़ लोगों ने किया स्नान
मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर सुबह से लेकर अबतक 3 करोड़ लोगों ने संगम में किया स्नान। भगदड़ की घटना के बाद से स्थिति सामान्य है।