बंगाल में सामने आया एक और मॉब लिंचिंग का मामला, 'जय श्रीराम' नहीं बोलने पर मदरसा शिक्षक को चलती ट्रेन से दिया धक्का

झारखंड के सरायकेला जिले के खरसावां में एक 22 साल के मुस्लिम युवक तबरेज अंसारी के साथ मॉब लिंचिंग की घटना हुई जिसमें युवक की जान चली गई। झारखंड के सरायकेला जिले के धतकिडीह गांव में तबरेज अंसारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। जब भीड़ तबरेज अंसारी को पीट रही थी तब मृतक ने पहले अपना नाम 'सोनू' बताकर खुद को बचाने की कोशिश की। लेकिन, उन्हें असली नाम बताने के लिए बाध्य किया गया और फिर भीड़ ने उनसे 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलने के लिए कहा। मृतक 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलता रहा और उसकी पिटाई होती रही।

इस घटना के दो दिन बाद पश्चिम बंगाल से मॉब लिंचिंग का एक और मामला सामने आया है। जीआरपी के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यहां मदरसे के एक शिक्षक ने शिकायत दर्ज कराई है कि 'जय श्रीराम' नहीं बोलने की वजह से कुछ लोगों के एक समूह ने उसे पीटा और चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के 26 वर्षीय मदरसा शिक्षक हफीज मोहम्मद शाहरुख हलदर ने कहा कि उन पर हमला बीती गुरुवार को हुआ, जब वह ट्रेन से कैनिंग से हुगली जा रहे थे।

अधिकारी ने बताया, 'हलदर ने कहा कि लोगों का एक समूह उनके पास आया और उनसे 'जय श्रीराम' कहने के लिए कहा। जब उन्होंने मना किया तो इन लोगों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया और जब ट्रेन पार्क सर्कस स्टेशन में दाखिल हो रही थी, तब उन लोगों ने उन्हें ट्रेन से धक्का दे दिया। हलदर की आंख और हाथ पर चोट आई है। अधिकारी ने कहा कि हलदर ने सोमवार को बालीगंज जीआरपीएस में अज्ञात लोगों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

बता दें कि झारखंड मॉब लिंचिंग की घटना के बाद पुलिस द्वारा 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी के प्रमुख को बुधवार तक गृह सचिव और मुख्य सचिव को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।

पीएम मोदी ने कही यह बात...

वही बुधवार को पीएम मोदी ने झारखंड मॉब लिंचिंग पर राज्यसभा में कहा कि युवक की हत्या का दुख सबको है, और होना भी चाहिए, लेकिन इस एक घटना के लिए पूरे झारखंड को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। साथ ही उन्होंने कि कहा कि हर हिंसा पर हमारा एक मानदंड हो। सबकी सुरक्षी की गारंटी हमारा दायित्व है।

पीएम मोदी ने कहा, 'झारखंड में लिंचिंग की घटना से मुझे दुख हुआ। इससे दूसरों को भी दुख पहुंचा होगा। लेकिन कुछ लोगों ने राज्यसभा में झारखंड को लिंचिंग का हब कहा था। क्या यह सही है? वे एक प्रदेश का अपमान क्यों कर रहे हैं। एक मॉब लिंचिंग की घटना के बाद पूरे झारखंड को बदनाम करने का अधिकार हमारे पास नहीं है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।' हत्या पर पीएम मोदी ने दोषियों की सजा की पैरवी की, लेकिन मॉब लिंचिंग की इस घटना के बहाने पूरे झारखंड को कटघरे में खड़ा करने का बचाव किया।

उन्होंने कहा, 'दोषियों को कड़ी से कड़ी से सजा होनी चाहिए, लेकिन सबको कटघरे में नहीं खड़ा किया जा सकता है। पूरे झारखंड को बदनाम करने का हक नहीं है। वहां भी सज्जनों की भरमार है।' पीएम मोदी का कहना था कि अगर कोई घटना हुई तो उसे इंसाफ मिलना चाहिए और इसके लिए न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा, 'अपराध होने पर उचित रास्ता कानून और न्यायिक प्रकिया से निकलना चाहिए। गुड टेररिज्म और बेड टेररिज्म से दुनिया को बहुत नुकसान हुआ है। हिंसा की घटना चाहे झारखंड में हो या फिर पश्चिम बंगाल में हो या फिर केरल में हो, हमारा सभी के लिए एक ही मानदंड होना चाहिए। तभी हिंसा को हम रोक पाएंगे और तब ही हिंसा करने वालों को सबक मिलेगा कि इस एक मुद्दे पर पूरा देश एक है।'