जनरल प्रमोशन को लेकर शिवराज बोले- भांजे-भांजियों का भविष्य नहीं करेंगे बर्बाद; कांग्रेस पर भी साधा निशाना

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि वह कॉलेजों में जनरल प्रमोशन नहीं देंगे बल्कि परीक्षा करवाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को एक के बाद एक छह ट्वीट किए। उन्होंने कहा कि परीक्षा की तारीखें इसी बात को ध्यान में रखते हुए दी गई हैं कि छात्रों को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जाएगा जिससे छात्रें का भविष्य अंधकारमय हो।

शिवराज ने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोविड महामारी के दौर में बच्चों को जनरल प्रमोशन देना उनके भविष्य से खिलवाड़ करने जैसा होगा इसलिए सरकार ऐसा नहीं करेगा।

शिवराज ने किया ट्वीट

शिवराज ने ट्वीट करते हुए कहा, 'छात्र-छात्राओं ने इतनी मेहनत और लगन से सालभर जो पढ़ाई की है, उसकी परीक्षा होना अत्यंत आवश्यक है। उनकी परीक्षा न लेकर और जनरल प्रमोशन देकर उनका आगे का जीवन बर्बाद नहीं किया जा सकता। परीक्षा की जो तारीखें दी गई हैं, वे इसी बात को ध्यान में रखकर दी गई हैं कि कोई भी छात्र को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया जाएगा जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो। उनका भविष्य तभी खतरे में होगा जब उनकी परीक्षा रद्द कर जनरल प्रमोशन दिया जाएगा।'

अपने अगले ट्वीट में शिवराज ने कहा, 'मध्यप्रदेश के भांजे-भांजियों की सबसे ज़्यादा चिंता मुझे है! जिसने अपना जीवन ही उनके लिए समर्पित कर दिया हो, वह यह कभी नहीं चाहेगा कि उसके बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ करे। परिस्थितियाँ विपरीत हैं, लेकिन हमने भी चुनौती को अवसर में बदलने का निर्णय लिया है!'

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के जिन नेताओं ने मध्यप्रदेश के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का बीड़ा उठाया है, उनका यह जानना जरूरी है कि किसी भी छात्र को आगे बढ़ने के लिए उच्च शिक्षा की जरूरत होती है जिसमें 10वीं और 12वीं कक्षाएं सबसे महत्वपूर्ण होती हैं। यहीं से उनके जीवन की नींव डलती है।'

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के नेता लगातार छात्रों को कोविड-19 (Covid-19) का डर दिखाकर जनरल प्रमोशन की मांग करने हेतु बरगला रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए उचित कदम उठाए हैं। सारी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से शुरू हों, लोगों का जीवन पुनः व्यवस्थित हो, इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।'

मुख्यमंत्री ने कहा, 'भारत का भविष्य उसके युवा नागरिकों के हाथ में है। युवाओं का भविष्य मजबूत होगा तभी देश आगे बढ़ेगा। छात्रों और अभिभावकों को सोचना चाहिए कि शिक्षा और परीक्षा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। कुछ लोग छात्रों का फायदा उठाकर राजनीति से प्रेरित अभियान चला रहे हैं, आपको इन बातों में नहीं आना है।'

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, MPBSE शेष एमपी बोर्ड 10वीं परीक्षा 2020 का आयोजन नहीं करेगा। इसकी घोषणा मध्‍यप्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही। मुख्‍यमंत्री ने यह भी घोषणा की है कि शेष एमपी 12वीं बोर्ड परीक्षा 2020 8 जून से 16 जून के बीच आयोजित की जाएगी।