इंदौर : हत्या के शक में कब्र से निकलवाया शव, 3 दिन पहले हुई थी बुजुर्ग की मौत

इंदौर के रावजी बाजार क्षेत्र के कब्रिस्तान में दफनाए गए 60 साल के बुजुर्ग के शव को बाहर निकाला गया। परिजनों का आरोप है कि बुजुर्ग की हत्या हुई है, लेकिन कुछ लोगों ने घटना दबाने के लिए सामान्य मौत बताई। इसके बाद शव को दफना दिया गया। आरोप के बाद एसडीएम से अनुमति लेकर मंगलवार शाम शव को कब्र से बाहर निकाला गया। अब पोस्टमार्टम होने के बाद रिपोर्ट आने पर ही स्थिति साफ हो सकेगी।

थाना प्रभारी प्रीतम ठाकुर के अनुसार रावजी बाजार थाना क्षेत्र के चंपा बाग में रहने वाले असलम (60) की मौत 11 सितंबर को हो गई थी। वह अकेले चंपा बाग में किराए के मकान में रहते थे। मौत के बाद आसपास के रहने वाले रहवासियों ने बुजुर्ग के शव को लुनियापुरा कब्रिस्तान में दफना दिया था। असलम की भतीजी को दफनाते हुए फोटो और वीडियो दे दिए गए थे। बुजुर्ग की भतीजी नाजिम शेख ने जब वीडियो और फोटो ध्यान से देखे तो पाया कि असलम के शरीर पर मारपीट के निशान और नाक पर खून दिखा। नाजिम ने मकान मालिक के परिवार के लोगों पर मारपीट कर हत्या करने का संदेह जताया, क्योंकि असलम और माकन मालिक के बीच पहले से विवाद चल रहा था।

शिकायत पर पुलिस और मजिस्ट्रेट महिला अधिकारी ने लुनियापुरा कब्रिस्तान पहुंचकर मजदूर की मदद से कब्र को खुदवा कर असलम के शव को बाहर निकलवाया। पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भिजवाया गया। 2 दिन पूर्व ही बुजुर्ग के शव को दफनाया गया था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे दिया।

बुजुर्ग की भतीजी नाजिम शेख का आरोप था कि चंपा बाग में रहने वाले बुजुर्ग को मकान मालिक के भाई द्वारा लंबे समय से परेशान किया जा रहा था। मृतक के परिवार की कई पीढ़ियां उस मकान में रह रही थीं। 2 दशकों से अधिक पुराना वह मकान था, लेकिन जिस समय बुजुर्गों की मौत हुई थी, उस वक्त उनके चेहरे से खून आ रहा था। हालाकि, मौके पर मौजूद लोगों ने शव को चूहे द्वारा खाया जाना बताया था। भतीजी ने यह भी आरोप लगाया कि बुजुर्गों की मौत के बाद शव को दफनाने की तैयारी चल रही थी, जब वे वहां गई तो मकान मालिक के लोगों ने रोक दिया और हाथापाई भी की थी।