इंदौर : जिस इलाके में हुआ था स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला, वहां से निकले कोरोना के 10 पॉजिटिव मरीज

मध्य प्रदेश के इंदौर में जिस टाटपट्टी बाखल इलाके में 1 अप्रैल को स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पर लोगों ने पथराव किया था उस इलाके से कोरोना के 10 पॉजिटिव मरीज निकले हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर रात जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 3 और 4 अप्रैल को भेजे गए सैंपल में से 16 पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। 16 में से 10 लोग इसी टाटपट्टी बाखल इलाके के हैं जहां पर पत्थरबाजी हुई थी। इनमें 5 पुरुष और 5 महिलाएं हैं। इनकी उम्र 29 साल से 60 साल तक है।

इंदौर का यह वही इलाका है जहां 1 अप्रैल को स्क्रीनिंग करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पथराव हुआ था जिसके बाद देश भर में घटना की निंदा हुई थी। बाद में डॉक्टरों पर हमला करने वालों पर कलेक्टर ने रासुका लगाकर जेल भेज दिया था।

मध्यप्रदेश में शनिवार रात तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की तादाद बढ़कर 182 पर पहुंच गयी है। प्रदेश की स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव (आईएएस अधिकारी) और उप सचिव स्तर की दो महिला अधिकारी भी कोराना की चपेट में आ गयी हैं। प्रदेश में कुल 182 कोरोना संक्रमित मरीजों में प्रदेश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले शहर इन्दौर में सबसे अधिक 128 मरीज पाए गए हैं। इसके अलावा मुरैना 12, भोपाल 18, जबलपुर 9, उज्जैन 7, ग्वालियर, शिवपुरी और छिंदवाड़ा में 2-2 और खरगोन में एक संक्रमित मिला। इंदौर 7, उज्जैन में 2 और खरगोन और छिंदवाड़ा में एक-एक पीड़ित की मौत हो चुकी है।

मप्र में मृतकों की संख्या 11 हुई


24 मार्च - उज्जैन की रहने वाली 65 वर्षीय महिला की मौत।
25 मार्च - इंदाैर के रानीपुरा निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग ने दम तोड़ा।
27 मार्च - उज्जैन में 34 साल के बैटरी व्यवसायी की मौत। इनकी रिपोर्ट मौत के दो दिन बाद पॉजिटिव आई।
29 मार्च - खरगोन के 62 वर्षीय बुजुर्ग की मौत। इनकी रिपोर्ट मौत के दो दिन बाद आई
30 मार्च - इंदौर के चंदन नगर की 49 वर्षीय जरीन बी ने दम तोड़ा।
30 मार्च - इंदौर एमआर-9 की राजकुमार कॉलोनी के 41 वर्षीय युवक की मौत।
02 अप्रैल - इंदौर मोती तबेला निवासी 54 वर्षीय व्यक्ति की एमवाय अस्पताल में मौत हुई
02 अप्रैल - इंदौर खजराना क्षेत्र निवासी 65 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा।
04 अप्रैल - इंदौर एमवाय अस्पताल में भर्ती 80 साल की महिला की जान गई।
04 अप्रैल - इंदौर एमवाय अस्पताल में भर्ती 42 साल का पुरुष ने दम तोड़ा।
04 अप्रैल - छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में भर्ती 33 साल के युवक की मौत।

इस बीच, गृह मंत्रालय ने डॉक्टरों और उनकी टीम की सुरक्षा को लेकर राज्यों को खत लिखा है। गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को पत्र लिखकर कहा है कि जो लोग स्वास्थ्य सेवाओं में काम कर रहे हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें। पत्र में स्वास्थ्य और सीमावर्ती श्रमिकों पर हमले के मामलों में सख्त कार्रवाई करने के बारे में भी लिखा है। ये जानकारी गृह मंत्रालय की संयुक्‍त सचिव पुण्‍य सलिला श्रीवास्‍तव ने दी।

खुद प्रधानमंत्री जता चुके है चिंता

सिर्फ इंदौर ही नहीं, बीते दिनों देश के कई शहरों से इस तरह के मामले सामने आए थे। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि जो लोग संकट की घड़ी में भगवान के रूप में हमारे लिए काम कर रहे हैं, उनके साथ इस तरह का व्यवहार करना बिल्कुल गलत है। यूपी से लेकर बिहार तक और अन्य राज्यों में भी डॉक्टरों की टीम पर हमले की खबर है। तेलंगाना में भी एक मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला बोल दिया था जिसके बाद वहां की सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया था।