गुरुवार सुबह खबर आई थी कि राहुल गांधी के सामने ही दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच बहस इतनी तेज़ होने लगी कि राहुल गांधी भी नाराज़ हो गए। बाद में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोनों के बीच मतभेद सुलझाने के लिए अहमद पटेल और अशोक गहलोत सरीखे वरिष्ठ नेताओं की एक कमेटी बना दी। शिवराज चौहान को हराने के लिए पूरा दम लगाने का दावा करने वाले राहुल के लिए पार्टी नेताओं में फूट बड़ी समस्या बन गई है। वही अब इन सब खबरों को नकारते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि मीडिया में जो भी खबरें दिखाई जा रही हैं वे पूरी तरह से गलत हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में हम सब एक हैं और भ्रष्ट बीजेपी सरकार को हराने के लिए दृढ़ हैं।
सिंधिया के गढ़ गुना और दिग्गी के गढ़ राघोगढ़ में ज्यादा दूरी नहीं है लिहाज़ा आस-पास की विधानसभा सीटों पर दोनों के समर्थक टिकट मांग रहे हैं। इसके अलावा भी राज्य के कई हिस्सों में दोनों के समर्थकों के बीच तनातनी है। यही तनातनी राहुल गांधी के सामने खुलकर आ गई। अपनी पसंद के उम्मीदवार को टिकट दिलाने को लेकर प्रदेश के दो बड़े नेताओं में राहुल गांधी के सामने ही झगड़ा हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और सीएम बनने की चाह रखने वाले सिंधिया ने अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के लिए राहुल की अध्यक्षता वाली बैठक में ही तू-तू मैं-मैं कर लिया।