MP News: दमोह में बारिश के लिए अंधविश्वास में डूबा गांव, महिलाओं ने बच्चियों को निर्वस्त्र कर घुमाया

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में अच्छी बारिश के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरागत टोटकाओं का दौर शुरू हो गया है। जिले के जबेरा ब्लॉक के अमदर पंचायत के बनिया गांव में लोगों में यह अंधविश्वास है कि मासूम बच्चियों को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने से बारिश होती है। इसी अंधविश्वास से घिरी महिलाओं ने कुछ बच्चियों के कपड़े उतरवाए, भजन कीर्तन गाए और गांव में बच्चियों को घुमाया। रास्ते मे पड़ने वाले घरों से ये महिलाएं आटा दाल मांगती हैं और जो राशन जमा होता है उस राशन से गाव के मंदिर में भंडारा होता है।

घरों की करीब छह छोटी-छोटी बच्चियों के कपड़े उतरवाए

यहां धान की फसल सूखने पर पहले तो गांव की महिलाएं एकत्रित हुईं। फिर उसके बाद में उन्होंने मूसल पर मेंढक को रस्सी से बांधकर उल्टा टांगा और अपने घरों की करीब छह छोटी-छोटी बच्चियों के कपड़े उतरवाए। फिर जिस मूसल पर मेंढकी को टांगा गया था, उसे बच्चियों के कंधे पर रख दिया गया और बच्चियों को पूरे गांव में घुमाया।

जब इस अंधविश्वास के बारे में महिलाओं से पूछा गया तो उनका कहना था कि यह अच्छी बारिश के लिए किया गया है। आज के आधुनिक युग में इस तरह के पारंपरिक टोटकाओं का सामने आना समाज के लिए बड़ी चुनौती है और ऐसी चुनौतियों से निजात पाना आज भी आसान दिखाई नहीं देता।

इस मामले में NCPCR ने दमोह कलेक्टर को नोटिस भेज इस मामले में 10 दिन के भीतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। NCPCR ने 2005 की धारा 13(1)(j) के अंतर्गत खुद ही इस मामले में संज्ञान लिया है। NCPCR के द्वारा जारी नोटिस में कलेक्टर से नग्न बच्चियों का आयु प्रमाण पत्र, जांच रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज की मांग की गई है।