'आइटम' बयान पर राहुल गांधी नाराज, लेकिन फिर भी माफी मांगने को तैयार नहीं कमलनाथ

कमलनाथ ने रविवार को डबरा में एक चुनावी सभा के दौरान शिवराज कैबिनेट की मंत्री इमरती देवी को आइटम कहा था। नाथ के इस बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेताओं ने मौन धरना दिया था। कमलनाथ के बयान पर विवाद बढ़ा तो उन्होंने सफाई दी कि आइटम अपमानजनक शब्द नहीं है। विधायक का नाम नहीं याद आ रहा था, इसलिए ऐसा बोल दिया।

कमलनाथ के आइटम वाले बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को नाराजगी जताई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में यात्रा के मीडिया से बात करते हुए कहा कि कमलनाथ भले ही मेरी पार्टी के हैं, वे चाहे जो भी हों, लेकिन जिस भाषा का उन्होंने इस्तेमाल किया है, मैं निजी तौर पर उसे पसंद नहीं करता। राहुल गांधी के नाराजगी के बावजूद कमलनाथ ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है। कमलनाथ ने कहा कि यह राहुल गांधी के विचार हैं। मैं इस संबंध में पहले ही स्पष्ट कर चुका हूं कि मैंने अपना बयान किस संदर्भ में दिया था। जब मेरा इरादा किसी का अपमान करने का नहीं था, तो फिर मैं माफी क्यों मांगूं? उन्होंने कहा कि यदि मेरे बयान से किसी की भावना को ठेस पहुंची हो तो मैं पहले ही खेद प्रकट कर चुका हूं।

क्या कहा कमलनाथ ने?

दरअसल रविवार को ग्वालियर के डबरा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री की जुबान फिसल गई थी। उन्होंने यहां से बीजेपी की उम्मीदवार इमरती देवी को तंज भरे लहजे में 'आइटम' कहकर संबोधित किया था। कमलनाथ ने मंच से अपने भाषण में कहा था कि 'सुरेंद्र राजेश हमारे उम्मीदवार हैं, सरल स्वभाव के सीधे-साधे हैं। यह उसके जैसे नहीं है, क्या है उसका नाम? मैं क्या उसका नाम लूं आप तो उसको मुझसे ज्यादा अच्छे से जानते हैं, आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, 'यह क्या आइटम है।'

इमरती देवी समेत 22 कांग्रेस के MLA इस्तीफा देकर BJP में हुए थे शामिल

बता दें कि इसी साल मार्च में इमरती देवी समेत कांग्रेस के 22 विधायक पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिससे कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी और राज्यपाल के सदन में बहुमत परीक्षण करवाने के निर्देशों से पहले ही कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया था।