मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव: भाजपा ने जारी की 5वीं सूची, सिर्फ दो सीटों पर नाम बाकी

भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा ने अपनी पांचवीं सूची जारी कर दी है। पांचवीं सूची में 92 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। पांचवीं सूची में नामों का ऐलान करने के साथ ही भाजपा प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर अपने 228 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है। भाजपा की पांचवीं सूची में 3 मंत्रियों और 6 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। इसके साथ ही 12 महिला उम्मीदवारों के नाम पांचवीं सूची में घोषित किए गए है। बता दें कि इससे पहले आई चार सूचियों में भाजपा ने पहली सूची में 39, दूसरी सूची में 39 तीसरी में 1 और चौथी में 57 नामों का ऐलान किया था।
कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव लड़ने के लिए कहा, बेटे का टिकट कटा

कुल 92 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया गया है। बड़ी बात यह है कि इस बार कैलाश विजयर्वीगय के बेटे आकाश को टिकट नहीं दिया गया है। इस बार खुद कैलाश विजयवर्गीय को तो चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है, लेकिन उनके बेटे का टिकट कटा है। भाजपा की तरफ से जो ये सूची जारी की गई है, इसमें कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। कई मंत्रियों का भी इस बार टिकट काट दिया गया है।

कई मंत्रियों के टिकट कटे


पार्टी ने इस बार मेहगांव से मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया है उनकी तरफ से राकेश शुक्ला को मौका दिया गया है। इसी तरह बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन को भी टिकट नहीं दिया गया है उनकी जगह उन्हीं की बेटी मौसम बिसेन को इस बार चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है। टिकट वितरण से पहले ही चुनाव लड़ने से इंकार करने वाली शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया का भी नाम पांचवी सूची में नहीं आया है उनकी जगह शिवपुरी से देवेन्द्र कुमार जैन को प्रत्याशी बनाया गया है।

इन मंत्रियों के टिकट कटे

ओपीएस भदौरिया-
भिंड जिले की मेहगांव सीट से विधायक और शिवराज सरकार के मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काट दिया है। उनकी जगह राकेश शुक्ला को भाजपा ने मेहगांव से उम्मीदवार घोषित किया है।


गौरीशंकर बिसेन- बालाघाट से विधायक और मंत्री गौरीशंकर बिसेन का टिकट काटकर भाजपा ने उनकी जगह उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट दिया है।

पांचवी लिस्ट में 28 विधायकों के टिकट कटे

आकाश विजयवर्गीय- इंदौर विधानसभा क्रमांक 3 से विधायक कैलाश विजयवर्गीय का टिकट काटकर भाजपा ने इंदौर विधानसभा क्रमांक 3 सीट से राकेश गोलू शुक्ला को उम्मीदवार घोषित किया है।

पारस जैन - उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट से विधायक पारस जैन का टिकट काटकर उनकी जगह भाजपा ने अनिल कालूखेड़ा को उम्मीदवार बनाया है।

देवेन्द्र वर्मा - खंडवा विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक देवेन्द्र वर्मा का टिकट काटकर भाजपा ने यहां से कंचन मुकेश तन्वे को चुनावी मैदान में उतारा है।

राम लालू वैश्य- सिंगरौली के मौजूदा विधायक रामलालू वैश्य का टिकट भाजपा ने काट दिया है उनकी जगह राम निवास शाह को सिंगरौली से प्रत्याशी घोषित किया है।

श्याम लाल द्विवेदी- रीवा जिले की त्योंथर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक श्याम लाल द्विवेदी का टिकट काटकर भाजपा ने दो दिन पहले भाजपा ज्वाइन करने वाले सिद्धार्थ तिवारी को वहां से उम्मीदवार घोषित किया है।

पंचू लाल प्रजापति - रीवा जिले के मनगवां सीट से विधायक पंचू लाल प्रजापति का टिकट काटकर इस बार भाजपा ने नरेन्द्र प्रजापति को चुनावी मैदान में उतारा है।

कुछ पर भरोसा

वैसे कुछ मंत्रियों पर भाजपा ने अभी भी अपना भरोसा कायम रखा है। अंबेडकर नगर (मूह) से उषा ठाकुर को टिकट मिल गया है, शुजालपुर से इंदर सिंह परमार, बमोरी से महेंद्र सिंह सिसोदिया को टिकट दिया गया है।

एमपी चुनाव की बात करें तो मतदान 17 नवंबर को होने जा रहा है और नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे। दोनों पार्टियाँ भाजपा और कांग्रेस जमीन पर पूरी ताकत के साथ उतरी हुई है, हर सीट पर समीकरण साधने का प्रयास दिख रहा है। इस बार तो महिला वोटरों पर भी खासा फोकस दिया जा रहा है। इसके ऊपर कांग्रेस ने तो जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाकर ओबीसी वोट को भी अपने पाले में करने की कोशिश की है।