लखनऊ विवेक हत्याकांड : अंतिम संस्कार से पहले बोली बेटी- "पापा उठो, मैं अच्छे नंबर लाऊंगी", वहां मौजूद हर शख्स की आंखें हुई नम

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने ऐपल के एक एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद से सरकार और पुलिस विभाग सकते में हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बृजेश पाठक और आशुतोषच टंडन ने परिजनों से मुलाकात कर उनको मदद का भरोसा दिया है। रविवार को विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार से पहले रविवार को उनकी बेटी सीवी ने कहा, "पापा उठो, मैं अच्छे नंबर लाऊंगी"। शनिवार की सुबह जब सीवी को पापा की हत्या की खबर मिली तो वह मां के सीने से लिपट गई। बच्ची को पिता के शव पर बिलखते देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें भर आईं।

बता दें कि गोमतीनगर विस्तार में सीएमएस स्कूल के पास शुक्रवार रात करीब डेढ़ बजे एक कार खड़ी थी। उसी दौरान बाइक से गोमतीनगर थाने में तैनात सिपाही प्रशांत चौधरी और एक अन्य सिपाही वहां पहुंचे। दोनों ने कार में एक युवक और युवती को देखा तो मामला संदिग्ध समझ उनसे पूछताछ के लिए कार के पास पहुंचे। इतने में ही कार चला रहे मैनेजर विवेक तिवारी ने गाड़ी बढ़ा दी। पुलिस का कहना है कि उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो विवेक ने कार चढ़ाने की कोशिश की। इससे सिपाहियों को चोटें भी आई और उनकी बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस पर भी जब कार नहीं रुकी तो सिपाही प्रशांत चौधरी ने फायरिंग कर दी। गोली सीधे विवेक के सिर में लगी। उसके बाद कुछ दूरी पर गाड़ी एक दीवार से टकराकर रुक गई।विवेक के साथ कार में बैठी उनकी कंपनी की कर्मचारी सना ने बताया कि विवेक के सिर से खून बहता देख उसने मदद के लिए गुहार लगाई। कुछ देर बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। तत्काल विवेक को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। आनन फानन में पुलिस ने दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।

एप्पल के एक सेल्‍‍‍स मैनेजर विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार रविवार को किया गया। इस दौरान योगी सरकार में कानून मंत्री ब्रजेश पाठक और आशुतोष टंडन ने मृतक विवेक तिवारी के परिजनों से भैंसाकुंड पहुंचकर मुलाकात की। उनके आवास पर कड़ी सुरक्षा के बीच पार्थिव शरीर को अंतिम क्रिया के लिए तैयार किया गया। बैकुंठ धाम में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी की गई थी।

वहां पर प्रदेश सरकार की तरफ से विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल' माजूद थे। इस अवसर पर मंत्री ब्रजेश पाठक ने पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन भी दिया। विवेक तिवारी के बड़े भाई राजेश तिवारी ने उनको मुखाग्नि दी। उस समय वहां का माहौल बेहद गमगीन हो गया।

राजबब्बर का आरोप - दोनों सिपाही नशे में थे, पुलिस ने नहीं कराया मेडिकल

वही अब इस पूरी घटना ने सियासी रूप ले लिया है। राजबब्बर ने इस मामले सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है। यही नहीं उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के लिए कहा कि उनका संसदीय क्षेत्र है लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। राजबब्बर ने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम परिवार के साथ हैं। मामले में पुलिस का रोल बहुत शर्मनाक रहा। तस्वीर को देखकर साफ लग रहा है कि गाड़ी बाद में डैमेज की गई। यही नहीं मामले में पुलिस ने आरोपी सिपाही का मेडिकल नहीं कराया, जबकि उन्हें जानकारी मिली है कि दोनों सिपाही नशे में थे।

राजबब्बर ने कहा कि सोनिया गांधी के क्षेत्र रायबरेली, सुल्तानपुर का ये परिवार है। उन्होंने कहा कि विवेक तिवारी का गाड़ी में फोन बजता रहा लेकिन परिवार को सूचना नहीं दी गई। चश्मदीद के पास परिवार का नंबर था लेकिन बात नहीं कराई गई। यही नहीं एक बड़े अधिकारी ने कहा कि सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई, जिसने गोली चलाई उसे पुलिस गोद मे उठा कर ले गई।

राजबब्बर ने कहा कि चश्मदीद को घर मे नज़रबंद किया गया। इसी तरह पुलिस ने मथुरा में बच्चे को एनकाउंटर में मार दिया। इस मामले में मीडिया ने जरा भी ढील दी होती तो विवेक तिवारी को अपराधी बताकर एनकाउंटर करने का बयान देते। कहा जाता कि भाग रहा था इसलिए मार दिया। उन्होंने कहा कि तहरीर सादे कागज़ पर ली गई। पुलिस जानती थी कि किसने मारी गोली, फिर भी अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की। राजबब्बर ने कहा कि दोनों आरोपी सिपाही छक कर पिए हुए थे। वहीं मुआवजे पर राजबब्बर ने कहा कि परिवार को 25 लाख रुपया बहुत कम है। मृतक का 35 लाख सालाना पैकेज था। नौकरी का वादा प्लेन पेपर पर किया गया है। हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री इस परिवार से मिलें। अगर इस परिवार के साथ धोखा हुआ तो हम सरकार को घेरेंगे।

विवेक तो हिंदू था, उसे क्यों मारा : केजरीवाल

इस पूरी घटना पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोला है। एक ट्वीट करके केजरीवाल ने बीजेपी से पूछा कि विवेक तिवारी तो हिंदू था, फिर उसे क्यों मारा गया। इस घटना के बाद यूपी पुलिस की हर जगह किरकिरी हो रही है।

लखनऊ शूटआउट को लेकर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार सुबह दो ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, 'अपनी आंखों से पर्दा हटाइए। भाजपा हिंदुओं की हितैषी नहीं है। सत्ता पाने के लिए अगर इन्हें सारे हिंदुओं का क़त्ल करना पड़े, तो ये दो मिनट नहीं सोचेंगे।