कमलेश तिवारी हत्याकांड: पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा, गर्दन पर 13 बार चाकू से किए वार

हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कमलेश तिवारी को पहले उनकी गर्दन पर गोली मारी गई थी फिर उसके बाद गर्दन पर 13 बार चाकू से वार किया गया। इसमें बायीं तरफ से 8 बार चाकू से वार किया गया। जबकि दायीं तरफ से 2 बार वार किया गया है। पीछे से 3 बार चाकू मारा गया है।

बता दे, शुक्रवार को लखनऊ में नाका के खुर्शीदबाग की तंग गलियों में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी (50) की दो बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी। दोनों बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल व चाकू छिपाकर कमलेश के घर की पहली मंजिल पर स्थित दफ्तर पहुंचे। वहां उन्होंने पहले उनकी गर्दन पर गोली मारी। फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने के बाद गला रेत दिया। पुलिस को मौके से एक पिस्टल व एक खोखा बरामद हुआ है। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों में भगवा कपड़े पहने दो संदिग्ध दिखे हैं जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उधर, डीजीपी ओपी सिंह ने इस मामले में एसटीएफ को भी लगाया है।

ऐसी दिया वारदात को अंजाम

एसएसपी ने बताया कि कमलेश खुर्शीदबाग के जिस घर में रहते थे, उसकी पहली मंजिल पर ही हिंदू समाज पार्टी का कार्यालय है। दोपहर को वह कुशीनगर निवासी कर्मचारी सौराष्ट्रजीत सिंह के साथ कार्यालय में बैठे थे तभी भगवा कपड़े पहने दो युवक वहां आ गए। कमलेश शायद उन्हें पहचानते थे। दोनों से वह बातचीत करने लगे। उन्होंने युवकों के लिए चाय-नाश्ता भी मंगाया। कुछ देर बाद उन्होंने सौराष्ट्रजीत सिंह को सिगरेट व गुटखा लाने के लिए बाहर भेज दिया। कर्मचारी के जाते ही बदमाशों ने अपने पास मौजूद मिठाई के डिब्बे से असलहे निकालकर कमलेश के गले में गोली मार दी। इसके बाद चाकू से सीने में कई वार किए व गला काट दिया। वारदात के बाद बदमाश मौके से भाग निकले। कुछ देर बाद सिगरेट-गुटखा लेकर लौटे सौराष्ट्रजीत सिंह ने उन्हें खून से लथपथ देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसकी चीखें सुनकर घर पर मौजूद परिवारीजन आ गए। खून से लथपथ कमलेश को ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उधर, कमलेश की हत्या से राजधानी हिल गई। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के होश उड़ गए।

वही शनिवार को पुलिस ने घटना में शामिल तीन लोगों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। वहीं, बिजनौर से षड्यंत्र में शामिल मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को हिरासत में लिया गया है। रशीद पठान नाम का शख्स इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस मामले में अब तक तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। ये तीनों इस हत्याकांड में शामिल रहे हैं। इनके नाम हैं, रशीद अहमद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान। रशीद अहमद पठान 23 साल है। डीजीपी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि 2015 के बयान के कारण इस घटनाक्रम को अंजाम दिया गया है। इसके साथ ही इसमें किसी आतंकी संगठन की संलिप्तता के कोई सबूत अभी तक नहीं मिले हैं।