लंदन की कोर्ट ने जारी किया नीरव मोदी की गिरफ्तारी का वारंट

बैंकों का 13,000 करोड़ लेकर फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। नीरव मोदी (Nirav Modi) के खिलाफ लंदन की कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। ईडी ने नीरव मोदी (Nirav Modi) के प्रत्यपर्ण की अर्ज़ी लंगन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में दी है और इसी के बाद अदालत ने नीरव मोदी के खिलाफ ये वॉरंट जारी किया है। नीरव मोदी (Nirav Modi) लंदन में बेखौफ रह रहा है।

नीरव मोदी और चोकसी के खिलाफ ईडी और सीबीआई जांच कर रही है और दोनों पीएनबी घोटाला (PNB Scam) उजागर होने के बाद से फरार है। बता दे, नीरव मोदी (Nirav Modi) ने लंदन में दूसरे के नाम पर नई कंपनी बना ली है। जिसमे अपने करीबियों को डायरेक्टर बनाया है। पिछले दिनों जांच में मोदी के नाम पर एक बैंक खाता भी पकड़ा गया था। सूत्रों ने बताया कि नीरव मोदी (Nirav Modi) ने भारत से फरार विजय माल्या से भी लंदन में मुलाकात की है। दोनों ने पिछले 10 महीनों में कई बार मुलाकात की, इस दौरान प्रत्यर्पण को लेकर बातचीत हुई। जहां विजय माल्या ने नीरव मोदी को प्रत्यर्पण से बचने के लिए वकीलों से संपर्क करने के सुझाव दिये। सूत्रों ने बताया कि माल्या के वकील नीरव मोदी (Nirav Modi) का मुकदमा लड़ सकते हैं। बता दे, विजय माल्या 9,000 करोड़ रुपये के लोन की धोखाधड़ी करने के बाद 2 मार्च, 2016 को भारत से भाग गया था। नीरव मोदी करीब 13 हजार करोड़ रुपये लेकर भारत से फरार हो गया था।

फरवरी 2019 में आया था नीरव मोदी का पहला बयान

पीएनबी मैनेजमेंट को 15/16 फरवरी को लिखे एक पत्र में नीरव मोदी (Nirav Modi) ने कहा था, ''उसकी कंपनियों पर बैंक का बकाया 5 हजार करोड़ रुपये से कम है।'' नीरव मोदी के मुताबिक, ''गलत तौर पर बतायी गई बकाया राशि से ‘मीडिया में होहल्ला’ हो गया और इसके बाद तत्काल तौर पर खोज का काम शुरू हो गया और उनकी कई कंपनियों के ऑपरेशन भी बंद हो गए।’’ पत्र में मोदी ने लिखा है, ‘‘इससे समूह पर बैंक के बकाया को चुकाने की हमारी क्षमता खतरे में पड़ गई।''

30KG डाइनामाइट लगाकर ढहाया नीरव मोदी का 100 करोड़ का बंगला

नीरव मोदी के महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में अलीबाग स्थित अवैध बंगले को 8 मार्च 2019 की सुबह ध्वस्त कर दिया गया। रूपन्या नाम का ये बंगला अलीबाग में कीहिम गॉव में समंदर किनारे था। हीरा कारोबारी के रुपण्या (Roopanya) नाम के बंगले को डाइनामाइट से ढहाया गया। नीरव के रुपण्या बंगले को गिराने के लिए पिछले तीन दिन से डेटोनेटर्स और अन्य विस्फोटक लगाने का काम जारी था। इस बंगले को उड़ाने के लिए 50 मजदूरों और तकनीशियन को लगाया गया था। दरहसल, भगोड़े कारोबारी ने इस बंगले को सीआरजेड कानून का उल्लंघन करके बनाया गया था।

33 हजार स्कवायर फीट में फैला था बंगला

- नीरव मोदी का बंगला करीब 33 हजार स्कवायर फीट में फैला था।
- इसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपये बतायी जा रही है।
- रुपण्या को ध्वस्त करने के बाद इस इलाके में बने 160 अन्य बंगले भी गिराए जाएंगे। ये बंगले भी सीआरजेड कानून का उल्लंघन करके समुद्र के किनारे बनाए गए थे।
- बंगले में टीम ने कुल 108 डेटोनेटर्स लगाए थे, इन सभी को आपस में तार से जोड़ा गया था। इसके बाद सभी डेटोनेटर्स को एक साथ ब्लास्ट किया गया।
- पीएनबी घोटोले का आरोपी नीरव मोदी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वह घोटाले का खुलासा होते ही विदेश भाग गया।

क्या है पीएनबी मामला


पीएनबी ने 14 फरवरी को जानकारी दी कि उसके ब्रैडी हाउस ब्रांच में 11,500 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी पर 11,500 करोड़ रुपये कर्ज लेकर उसे नहीं चुकाने का आरोप लगाया। ये कर्ज पीएनबी के लैटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए लिए गए और इनके आधार पर एक्सिस बैंक और इलाहाबाद बैंक की विदेशी ब्रांचों से भी कर्ज लिया गया।