'मोदी की सेना' वाले बयान पर EC ने CM योगी आदित्यनाथ को जारी किया कारण बताओ नोटिस, 5 अप्रैल तक मांगा जवाब

चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आदित्यनाथ ने भारतीय सेना को ‘मोदी की सेना’ बताया था। गाजियाबाद में योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 'कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और 'मोदी जी की सेना' उन्हें सिर्फ गोली और गोला देती है। यह अंतर है। कांग्रेस के लोग मसूद अजहर जैसे आतंकियों के लिए जी का इस्तेमाल करते हैं, मगर पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार आतंकियों के कैंप पर हमले कर उनका कमर तोड़ती है। सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि पाकिस्तान रो रहा है लेकिन भारत के अंदर के विपक्षी दल केवल वोट बैंक के लिए सबूत मांग रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर चुनाव आयोग (Election Commmision) ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को भारतीय सेना को 'मोदी जी सेना' कहने पर नोटिस भेजकर 5 अप्रैल तक जवाब तलब किया है। बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग (Election Commission) ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के 'मोदी जी की सेना' वाले बयान पर गाजियाबाद के डीएम से रिपोर्ट मांगी थी। चुनाव आयोग ने मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की थी। आयोग के सूत्रों ने कहा कि पहली नजर में, सीएम योगी ने राजनीतिक प्रचार अभियान से सशस्त्र बलों को दूर रखने के चुनाव आयोग के परामर्श का उल्लंघन किया है।

चुनाव आयोग ने गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट की ओर से दिए गए एक वीडियो क्लिप के आधार पर यह निर्णय लिया। इस वीडियो में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ चुनावी रैली में सेना के पराक्रम का जिक्र करते हुए 'मोदी जी की सेना' कहते हुए दिखाई दे रहे हैं।

विपक्ष का हमला

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यूपी के सीएम द्वारा यह कहना कि भारतीय सेना 'मोदी की सेना' है, हैरान करने वाला है। ऐसा बेखौफ वैयक्‍तिकीकरण और इस तरह हमारी प्रिय भारतीय सेना को हड़पना बेहद अपमानजनक है।

वहीं कांग्रेस की प्रियंका चतुर्वेदी ने योगी आदित्यनाथ पर इस बयान को लेकर हमला किया है और उन्होंने उनसे माफी की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया कि 'यह हमारी भारतीय सेना का अपमान है। वे भारतीय सेना के जवान हैं, किसी प्राइवेट प्रचार मंत्री के नहीं। योगी आदित्यनाथ को माफी मांगनी चाहिए।