'हिंदू आतंकवाद' को लेकर अमित शाह का कांग्रेस पर हमला

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के पहली बार दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ने की घोषणा पर बीजेपी चीफ अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि अमेठी में हार के डर से राहुल गांधी केरल के वायनाड भाग रहे हैं ताकि ध्रुवीकरण के जरिए जीत हासिल कर सके। 'हिंदू आतंकवाद' को लेकर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, विपक्ष के लोग तुष्टिकरण की राजनीति करने से बाज नहीं आते। अभी कुछ दिन पहले पंचकूला की एक कोर्ट ने 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए विस्‍फोट पर फैसला दिया। उस समय की कांग्रेस सरकार ने कहा था कि समझौता एक्सप्रेस विस्‍फोट हिन्दू आतंकवाद का नमूना है। कांग्रेस ने पूरी दुनिया में विश्व बंधुत्व का भाव बढ़ाने वाले हिन्दू समुदाय को आतंकवाद के साथ जोड़कर बदनाम करने का काम किया।

शाह ने सवाल किया, हिन्दू कभी आतंकवादी हो सकता है क्या? उन्‍होंने कहा, 'शायद राहुल गांधी को नहीं पता कि हम तो चीटियों को भी आटा खिलाने वाले लोग हैं, लोगों को कैसे मारेंगे। आतंकवाद को धर्म के साथ जोड़ने का पाप कांग्रेस ने किया। अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए पूरी दुनिया में गौरवशाली हिन्दू समुदाय को बदनाम करने का पाप कांग्रेस ने किया है।'

शाह ने कहा, 'उस समय के गृहमंत्री पी चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे और राहुल गांधी स्वयं अमेरिकी राजदूत से बोले थे कि लश्कर-ए-तैयबा खतरा नहीं है बल्कि हिन्दू आतंकवाद से खतरा है। हिंदुओं को बदनाम करने के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को देश से मांफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने हिन्दू समुदाय पर आतंकवाद का टैग लगाया लेकिन सत्य को आप छिपा नहीं सकते। सूर्य को कितने भी बादलों में छिपा दो लेकिन सत्य और सूर्य तेजस्वी होकर हमेशा चमकते हैं। आज इस जजमेंट ने साबित कर दिया हैं कि स्वामी असीमानंद और बाकी सभी लोग निर्दोष हैं।'

शाह ने कहा, 'कांग्रेस की वोटबैंक की राजनीति ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। इसी का नतीजा है कि राहुल गांधी अमेठी छोड़कर केरल की ओर भागे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि इस बार अमेठी में उनका हिसाब-किताब होना तय है। उनका मकसद ध्रुवीकरण के जरिए केरल में जीत हासिल करने का है।'