CM योगी का वाराणसी में 'फ्लॉप शो', आधी से ज्यादा कुर्सियां खाली

बीजेपी के फायर ब्राण्ड नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी में मंगलवार को 'नव मतदाता सम्मेलन' में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन इस दौरान सभागार में आधी कुर्सियां खाली दिखाई दीं। पिपलानी कटरा स्थित सरोजा पैलेस में हुए इस कार्यक्रम में गिनती के युवा सीएम योगी आदित्यनाथ को सुनने पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान आधी कुर्सियों से युवा गायब थे। ये देख कार्यक्रम के संयोजकों के पसीने छूटने लगे। सीएम के सामने बेइज्जती होते देख आनन-फानन में संयोजकों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को बुलाना शुरू किया। इसके बाद युवाओं की जगह बीजेपी के बुजुर्ग कार्यकर्ताओं ने ली। हालांकि, सभागार की तस्वीरें देख सीएम भी नाखुश दिखे। इसे लेकर सभागार में तरह-तरह की चर्चा चलती रही। वाराणसी को बीजेपी का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है। पीएम नरेंद्र मोदी खुद यहां से सांसद हैं। इसके बावजूद शहर के अंदर बीजेपी का हाल देख राजनीतिक जानकार भी हैरान हैं। बता दे, एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार हुआ जब वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ का फ्लॉप शो दिखाई पड़ा।

इसके पहले योगी मथुरा में सांसद हेमा मालिनी के नामांकन में गये थे वहां हुई जनसभा में भी कुर्सियां खाली थीं। जिसकी खबरे भी सुर्खियां बनी थीं , गाज़ियाबाद में भी यही हाल था 26 मार्च को गाज़ियाबाद के बाद वाराणसी में 'विजय संकल्प सभा' हुई थी, उसमे भी आधी से ज़्यादा कुर्सियां खाली रह गई थीं। इस सभा में तो बीजेपी के कार्यकर्ता कुर्सी हटाते और रखते नज़र आये थे।

आखिर योगी की सभा में क्यों खाली रह जा रही हैं कुर्सियां इस पर राजनीति के जानकार अलग अलग नजरिये से देख रहे हैं एक नजरिया ये निकल कर आ रहा है कि योगी आदित्य नाथ हिन्दू युवा वाहिनी के फायर ब्रांड नेता थे जो अपने सीधे, तल्ख़ भाषा से विपक्षियों पर प्रहार करते थे जिसे उनके चाहने वाले पसंद करते थे लेकिन अब वो उत्तर प्रदेश के सीएम हैं लिहाजा वो उसकी मर्यादा में रह कर बोल रहे हैं इसलिये वो भीड़ खिंच कर नहीं आ रही है। ये बात इससे भी पुख्ता होती नज़र आती है कि जब यही योगी किसी दूसरे सूबे में अपनी हिंदुत्व वादी तीखे भाषणों को देते हैं तो वहां उनकी जनता जुटती है।

दूसरा नजरिया ये है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार मोदी लहर दिखाई नहीं दे रही है। आलम ये है कि बीजेपी के बड़े नेताओं को भी सुनने के लिए लोग नहीं पहुंच रहे हैं। ये बताता है कि इस चुनाव में जनता चुप है सिर्फ सभी पार्टियों के कार्यकर्ता ही नज़र आ रहे हैं और कार्यकर्ता कितनी सीटे भर पाएंगे सभी को पता है। अभी छोटे-छोटे हॉल और छोटी जन सभाओं में कुर्सियां खाली रह जा रहीं हैं तो आने वाले दिनों में बड़े मैदान कैसे भरेंगे ये नेताओं के लिए एक बड़ी चुनौती नज़र आ रही हैं।

कांग्रेस के घोषणापत्र को योगी आदित्यनाथ ने बताया 'उबाऊ'

बता दे, मंगलवार को कांग्रेस द्वारा जारी घोषणापत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उबाऊ और पुराने अपूर्ण वादों का नया संकलन बताया। 'विजय लक्ष्य युवा सम्मेलन' को संबोधित करते योगी ने कहा 'कांग्रेस का 55 पृष्ठ का घोषणा पत्र उबाऊ है, पुराने अपूर्ण वादों का नया संकलन है। कांग्रेस ने अपनी 55 वर्षों की नाकामी को 55 पृष्ठ के घोषणा पत्र के माध्यम से व्यक्त किया है।' उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को जोरदार जवाब देगी। योगी ने कहा कि कांग्रेस जो कार्य 55 वर्षों में नहीं कर पायी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने 55 महीनों में इन कार्यों को कर दिखाया।