गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद प्रवीण निषाद BJP में शामिल, कुछ दिन पहले तोड़ा था सपा-बसपा गठबंधन से नाता

महागठबंधन को जोरदार झटका देते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद प्रवीण निषाद लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी में शामिल हो गए हैं। कुछ दिन पहले ही निषाद पार्टी ने सपा-बसपा गठबंधन से नाता तोड़ लिया था। उसके बाद से ही प्रवीण निषाद के भाजपा में शामिल होने के संकेत मिल रहे थे। सूत्रों के मुताबिक प्रवीण निषाद को भारतीय जनता पार्टी गोरखपुर सीट से लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। भाजपा के यूपी प्रभारी जेपी नड्डा ने संकेत दिए हैं कि प्रवीण निषाद बीजेपी के गोरखपुर से उम्मीदवार हो सकते हैं। जेपी नड्डा ने कहा कि चुनाव लड़ना संसदीय प्रक्रिया का अहम हिस्सा है तो प्रवीण चुनाव लड़ेंगे। जेपी नड्डा ने कहा कि निषाद पार्टी से गठबंधन होने से पूर्वांचल में बीजेपी और मजबूत होगी। उधर निषाद पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष संजय निषाद मे कहा कि उप्र में रामराज के साथ निषाद राज होगा। मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए वो गठबंधन में रहते हुए पूरा प्रयास करेंगे।

पिछले उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ल को साढे बाइस हजार वोटों से हराकर प्रवीण निषाद ने बड़ा उलटफेर किया था। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने कुछ दिन पहले लखनऊ में गठबंधन से नाता तोड़ने की औपचारिक घोषणा की थी। गठबंधन छोड़ने पर संजय निषाद ने एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती पर उपेक्षा का आरोप लगाया था। संजय निषाद ने कहा कि अखिलेश यादव ने वादा किया था कि निषाद पार्टी को दिए जाने वाले सीट का एलान जल्द होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी कारण निषाद पार्टी ने एसपी-बीएसपी गठबंधन से अलग होने का निर्णय किया। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडे से कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के साथ जाकर मुलाकात भी की थी। मुलाकात के बाद से ही निषाद पार्टी के भाजपा के साथ आने के कयास लगाए जा रहे थे। कुछ दिन पहले ही निषाद पार्टी के बड़े आंदोलन के दौरान गोरखनाथ मंदिर कूच कर रहे प्रवीण निषाद और निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था। उस समय निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद और सांसद प्रवीण निषाद ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कई गंभीर आरोप लगाए थे।

बता दें, प्रवीण निषाद ही जिन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर सीट पर कब्जा जमाया था। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर सीट खाली हो गई थी। जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए थे। उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपनी पार्टी चिन्ह्न पर प्रवीण निषाद को उतारा था। प्रवीण निषाद ने यहां से जीत हासिल की थी। इस गठबंधन से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी राहत मिली है। लोकसभा उपचुनाव में गोरखपुर जैसी अजय सीट पर बीजपी के उपेंद्र शुक्ला को 26000 वोटों से हराकर एक बड़ा उलटफेर किया था।