ममता को सुषमा स्वराज का करारा जवाब, 'दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों'

विदेश मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर जमकर हमला बोला। सुषमा ने अपने ट्विट में तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष ममता बनर्जी को मशहूर शायर बशीर बद्र के एक शेर के जरिए जवाब दिया। सुषमा स्वराज ने ममता बनर्जी को जवाब दिया और लिखा, 'ममता जी, आज आपने सारी हदें पार कर दीं। आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं। कल आपको उन्हीं से बात करनी है। इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूं: दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों।'

ममता जी - आज आपने सारी हदें पार कर दीं। आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधान मंत्री हैं। कल आपको उन्हीं से बात करनी है। इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूँ :

बीजेपी नेता ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मनमोहन सिंह सरकार की याद दिलाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कैसे अध्यादेश फाड़ दिया था।

सुषमा स्वराज ने लिखा, 'प्रियंका जी, आज आपने अहंकार की बात की। मैं आपको याद दिला दूं कि अहंकार की पराकाष्ठा तो उस दिन हुई थी जिस दिन राहुल जी ने अपने ही प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का अपमान करते हुए राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश को फाड़ कर फेंका था। कौन किसको सुना रहा है?'

'एक्सपायरी PM के साथ मंच साझा नहीं करना'

चक्रवात फानी पर प्रधानमंत्री मोदी का फोन न उठाने के मामले पर सफाई देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वो खड़गपुर में थीं। उन्होंने कहा कि रैली में होने के कारण मैंने प्रधानमंत्री मोदी का फोन नहीं उठाया। ममता ने एक रैली में कहा, 'मैं खड़कपुर में थी इसलिए प्रधानमंत्री कार्यालय से आए फोन पर बात नहीं कर सकी। इसी के साथ उन्होंने कहा कि चुनाव हो रहे हैं, ऐसे में मैं एक्सपायरी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा नहीं करना चाहती'।

प्रियंका ने दुर्योधन से की PM मोदी तुलना

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी बताने पर कांग्रेस पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ हमला तेज कर दिया है। राजीव गांधी की बेटी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को हरियाणा के अंबाला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नाम लिए बिना पीएम मोदी की तुलना दुर्योधन से कर दी है। प्रियंका ने कहा है कि इस देश ने अहंकार को कभी माफ नहीं किया। बीजेपी ने प्रियंका के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पश्चिम बंगाल में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, "देश के लोग तय करेंगे कि कौन दुर्योधन और कौन अर्जुन है।"

पीएम मोदी ने राजीव गांधी को बताया था भ्रष्टाचारी नंबर 1

शनिवार को उत्तर प्रदेश में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने राहुल गांधी के दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिये बगैर कहा 'आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था। लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नम्बर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया। नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा। ये देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता।' इस बयान के बाद प्रधानमंत्री की काफी आलोचना हुई थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने दिवंगत पिता राजीव गांधी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1' का तंज कसे जाने पर रविवार को ‘प्यार और झप्पी के साथ' उन्हें जवाब देते हुए कहा कि आपके कर्म आपका इंतजार कर रहे हैं। गांधी ने कहा कि मोदी खुद के बारे में अपनी धारणा मेरे पिता पर थोप रहे हैं लेकिन वह अपने आप को बचा नहीं पायेंगे क्योंकि उनके लिए लड़ाई खत्म हो गई है। इतना ही नहीं भाजपा (BJP) की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने राजीव गांधी को ‘भारत का सबसे बड़ा मॉब लिंचर' बताया है। रविवार को शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ‘भारत के सबसे बड़े मॉब लिंचर' थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर-1' बताने वाले बयान का समर्थन करते हुए, सिरसा ने कहा कि गांधी दुनिया के एकमात्र प्रधानमंत्री थे जिन्होंने ‘एक समुदाय विशेष के खिलाफ मॉब लिंचिंग की योजना बनाई थी।'

ममता ने चलाए जुबानी तीर

उधर, ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। ममता ने कहा, "मैं सैलरी या पेंशन नहीं लेती। मैं किताबें लिखाती हूं और वे बेस्ट सेलर हैं। मैं पेंटिंग के पैसे नहीं लेती। मुझे पैसे की जरूरत नहीं है। मैं इस तरह से पार्टी चला रही हूं। रुपया पैसा मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता है, जब नरेंद्र मोदी बंगाल में आकर बोलते हैं कि ममता बनर्जी की सरकार पैसे उठाती है, सुनते ही मेरे मन करता है जोर से एक गणतंत्र का थप्पड़ मारूं।"