कांग्रेस की कर्जमाफी पर शिवराज चौहान ने उठाए सवाल, बोले - मेरे भाई ने आवेदन नहीं किया, फिर भी कर्ज माफ क्यों हुआ, इतनी मेहरबानी क्यों?

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर किसान कर्ज माफी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके भाई रोहित सिंह ने कर्ज माफी का आवेदन ही नहीं किया था, फिर भी कर्ज माफ कर दिया गया, यह साजिश है। मुख्यमत्री कमलनाथ बताएं कि, उनके (चौहान) परिवार पर इतनी मेहरबानी क्यों? दरहसल, मध्य प्रदेश में किसान कर्जमाफी को लेकर सियासत तेज हो गई है। सूबे की विपक्षी पार्टी बीजेपी (BJP) जहां किसानों का कर्जमाफी नहीं होने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस (Congress) आंकड़े पेश कर कर्जमाफी के दावे को पुख्ता करने की कोशिश में है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को च्वनप्राश, बादाम भेजकर उनकी यादाश्त ठीक करने की बात कह रही है। कांग्रेस अपनी लिस्ट के जरिये ये भी बता रही है कि शिवराज सिंह चौहान के भाई रोहित सिंह और चाचा के बेटे निरंजन सिंह का भी कर्ज माफ हुआ है।

दरहसल, बुधवार को ग्वालियर की सभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा था कि शिवराज सिंह चौहान के भाई रोहित सिंह और रिश्तेदार का कर्ज माफ किया जा चूका है।

बता दें, शिवराज सिंह चौहान द्वारा किसानों की कर्जमाफी पर कई दिनों से सवाल उठाए जा रहे हैं। इसका जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को ग्वालियर की सभा में कहा था, 'मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया है कि राज्य में जिन किसानों का कर्ज माफ हुआ है उनमें शिवराज चौहान के भाई रोहित सिंह और चाचा के लड़के भी शामिल हैं।' शिवराज ने अपने गांव जैत के किसानों की सूची के आधार पर बताया कि, 'पंचायत की सूची में इस बात का साफ उल्लेख है कि रोहित सिंह चौहान ने कर्ज माफी के लिए आवेदन ही नहीं किया, साथ ही वे आयकरदाता हैं। सरकार की नीति के अनुसार, आयकरदाता किसान का कर्ज माफ ही नहीं किया जा सकता।' चौहान ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि, 'वचन पत्र में किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किए जाने की बात कही थी अब कांग्रेस अपने वादे से मुकर गई है और सिर्फ फसल कर्ज माफी की बात करने लगी है।' मालूम हो कि, राज्य सरकार ने किसान कर्जमाफी के लिए तीन रंग के अलग-अलग आवेदन किसानों से मांगे थे। किसानों ने पंचायतों में अपने आवेदन जमा किए थे। उसी के आधार पर सरकार ने दावा किया था कि राज्य में 55 लाख किसानों पर कर्ज है। इनमें से 21 लाख किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जा चुका हैं। लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण कर्ज माफी की प्रक्रिया रुकी है। चुनाव होते ही शेष किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।