कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा, कहा - भारी मन से बीजेपी छोड़ रहा हूं

बीजेपी (BJP) के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) आज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने आज कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हम शत्रुघ्न सिन्हा का पार्टी में स्वागत करते हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले ही शत्रुघ्न सिन्हा सिन्हा ने साफ कर दिया था कि वह पटना साहिब से ही चुनाव लड़ेंगे। महागठबंधन में सीटों का जो बंटावारा हुआ है उसके तहत पटना साहिब की सीट कांग्रेस के खातें में गई है। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि इस सीट से कांग्रेस उन्हें ही टिकट देगी। बिहार में कांग्रेस नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि मैं भारी मन से बीजेपी छोड़ रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मैं बीजेपी क्यों छोड़ रहा हूं ये सबको पता है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस में आने का एलान पहले ही कर दिया था। उन्होंने पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी।

बीजेपी ने रविशंकर प्रसाद को दिया पटना साहिब से टिकट

बता दें कि दो बार से पटना साहिब सीट से सांसद रहे शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी में रहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी नीतियों पर लगातार हमलावर रहे। इसी बगावती तेवर के चलते बीजेपी ने उनका टिकट काटकर केंद्रीय रविशंकर प्रसाद को अपना प्रत्याशी बना दिया। हालांकि बीजेपी की ओर से आरके सिन्हा भी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन पर भरोसा नहीं जताया।

पटना साहिब लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण के आधार पर कायस्थों का दबदबा है। यहां कायस्थों के बाद यादव और राजपूत वोटरों का बोलबाला है। पिछले दो लोकसभा चुनावों से पटना साहिब सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार नंबर दो रहे हैं। ऐसे में महागठबंधन के तहत ये सीट कांग्रेस के खाते में गई है और माना जा रहा है कि इस सीट से शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं। दिलचस्प बात ये है कि शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) और रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) दोनों कायस्थ बिरादरी से आते हैं। शत्रुघ्न (Shatrughan Sinha) दो बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं और इसका लाभ उन्हें मिल सकता है। रविशंकर प्रसाद पहली बार इस सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे इसलिए उनके लिए यहां चुनौतियां ज्यादा होंगी। कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में आने से शत्रुघ्न को महागठबंधन के तहत यादव, मुस्लिम, दलित मतों का समर्थन मिल सकता है। इसके अलावा कायस्थ के वोटों में भी शत्रुघ्न सेंधमारी कर सकते हैं।