राजीव गांधी ने PM मोदी को बताया 'भ्रष्टाचारी नंबर वन' तो राहुल-प्रियंका गांधी ने मिलकर किया पलटवार, कहा- मेरे पिता को बीच लाकर भी आप नहीं बच पाएंगे

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर पीएम मोदी की टिप्पणी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों ने पलटवार करते हुए कहा कि पीएम मोदी का कर्म उनका इंतजार कर रही है। मेरे पिता को बीच लाकर भी आप नहीं बच पाएंगे। राहुल गांधी ने ट्वीट किया और लिखा- 'मोदीजी, लड़ाई खत्म हो चुकी है। आपके कर्म आपका इंतजार कर रहे हैं। खुद के बारे में अपनी आंतरिक सोच को मेरे पिता पर थोपना भी आपको नहीं बचा पाएगा। सप्रेम और झप्पी के साथ- राहुल।' वहीं, प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर हमला बोला और कहा कि 'शहीदों के नाम पर वोट मांगकर उनकी शहादत को अपमानित करने वाले प्रधानमंत्री ने कल अपनी बेलगाम सनक में एक नेक और पाक इंसान की शहादत का निरादर किया। जवाब अमेठी की जनता देगी जिनके लिए राजीव गांधी ने अपनी जान दी। हां मोदीजी ‘यह देश धोखेबाज़ी को कभी माफ नहीं करता।'

बता दें कि कांग्रेस पर राफेल मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि 'मिस्टर क्लीन' का जीवनकाल 'भ्रष्टाचारी नम्बर वन' के रूप में समाप्त हुआ था। हालाकि उन्होंने अपने बयान में राजीव गांधी का नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने कहा, 'आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था। लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नम्बर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया। नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा। ये देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता।'

पीएम मोदी के इस बयान पर रविवार को कांग्रेस के ओवरसीज चीफ सैम पित्रोदा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो भी पूर्व पीएम राजीव गांधी को लेकर कहा है उससे हमें ठेस पहुंचा है। प्रधानमंत्री को समान्यत: जनता के हितों के बारे में बोलना चाहिए। वे जनता के प्रति जवाबदेह हैं। इस तरह की बातें प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देती है लेकिन शनिवार को पीएम मोदी ने राहुल गांधी को कहा कि आपके पिता नंबर वन भ्रष्‍टाचारी थे मरते वक्त।'

सैम पित्रोदा ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने ऐसा क्यों कहा ? हम उनके इस बयान से शर्मिंदा हैं। मैं खुद गुजरात से ताल्लुक रखता हूं। यह गांधी की धरती है। गुजरात के लोग झूठ नहीं बोलते हैं लेकिन, इस राज्य का कोई आदमी इतना झूठ बोल सकता है और इतनी गिरी हुई बात कर सकता है, यह देखर हैरानी हो रही है।

पीएम नरेन्द्र मोदी ने राहुल गांधीके दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिये बगैर क था ''आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था। लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नम्बर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया। नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा। ये देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता।'' प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमले जारी रखते हुए कहा कि जो पार्टी पहले चरण के मतदान से पहले खुद को प्रधानमंत्री पद की दावेदार बता रही थी, वह अब मानने लगी है कि हम तो उत्तर प्रदेश में सिर्फ वोट काटने के लिये चुनाव लड़ रहे हैं। इस 'वोट कटवा' कांग्रेस का कितना पतन हो गया है, यह इसका जीता जागता सबूत है।

पीएम नरेन्द्र मोदी ने दावा किया कि अब यह साफ हो चुका है कि सपा ने गठबंधन के बहाने प्रधानमंत्री पद का ख्वाब दिखाकर मायावती का तो चालाकी से फायदा उठा लिया। मगर अब 'बहन जी' को समझ आया गया है कि सपा और कांग्रेस ने मिलकर बहुत बड़ा खेल खेला है। उन्होंने कहा कि बहनजी अब खुलेआम कांग्रेस की आलोचना करती हैं, लेकिन दूसरी तरफ बहनजी के साथ गठबंधन करने वाली सपा अपने निजी स्वार्थ के लिये पूरी तरह कांग्रेस के मुद्दे पर चुप है। कांग्रेस के नेता तो खुशी-खुशी सपा की रैलियों में मंच साझा कर रहे हैं। इन लोगों ने बहनजी को ऐसा धोखा इन लोगों ने दिया है कि उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसीलिये राफेल नाम का 'झूठ का पुलिंदा' तैयार किया गया। कल ही नामदार (राहुल) ने फिर स्वीकार किया है कि इस पूरे अभियान का उनका एकमात्र लक्ष्य मोदी की छवि खराब करना है। उन्होंने कहा ''मोदी पांच दशक तक बिना रुके-थके सिर्फ और सिर्फ भारत माता के लिये जिया है। टीवी स्क्रीन पर गालियां देकर 50 साल की मोदी की तपस्या को तुम धूल में नहीं मिला सकते।''

पीएम नरेन्द्र मोदी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर अमेठी में किसानों की जमीन हड़पने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस के नामदार किसानों की जमीन को ट्रस्ट के नाम पर कब्जा करके उसे हड़प लेते हैं। किसानों से फैक्ट्री के नाम पर जमीन लेकर उस पर अपने लिये नोटों की खेती करते हैं। यहां अमेठी में तो यही हुआ था ना। मोदी ने कहा कि आज सुबह ही मैं पढ़ रहा था कि कांग्रेस की सरकार के वक्त राहुल के कारोबारी साझीदार को कैसे रक्षा सौदों में शामिल किया गया था। मीडिया में आयी रिपोर्ट बहुत से सवाल खड़े कर रही है। जब सवाल उठता है तो वे लोग जांच कराने की बात करते हैं मगर तमाम नोटिस के बावजूद जांच अधिकरण में पेश नहीं होते। ऐसे मामलों में एक नागरिक के कर्तव्य के रूप में 'यह परिवार' कोई सहयोग नहीं करता है।