अगर मोदी ने तपस्या की होती तो वह इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी नहीं करते : प्रियंका गांधी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर रविवार को जोरदार हमला बोलते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि अगर उन्होंने (मोदी) 'तपस्या' की होती तो वह इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी नहीं करते। वह मोदी के एक साक्षात्कार के दौरान आई टिप्पणी पर किए गए सवाल का जवाब दे रही थीं। मोदी ने अपने साक्षात्कार में कहा था कि यह 45 सालों की तपस्या है, जिसने उनकी यह छवि बनाई है, और इसमें खान मार्केट गैंग या लुटियन क्लब का योगदान नहीं है। कांग्रेस महासचिव ने यह भी दावा किया कि इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता से बाहर हो जाएगी। प्रियंका ने कहा अगर मोदी 50 घंटों की भी तपस्या की होती तो वह इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी नहीं करते।

मध्य दिल्ली के लोधी एस्टेट इलाके में स्थित मतदान केंद्र (विद्या भवन महाविद्यालय) में अपने मताधिकार का उपयोग करने के बाद प्रियंका ने कहा यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा चुनाव हार रही है। उम्मीद है कि दिल्ली में भी परिणाम अच्छे आएंगे। उन्होंने कहा कि देश की जनता, विशेषकर उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा सरकार से खुश नहीं है। प्रियंका ने कहा कांग्रेस सकारात्मक सोच रखती है और हमेशा मुद्दों की बात करती है। इतिहास की बातें कर ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश सिर्फ भाजपा को शोभा देती है। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी का चुनाव प्रचार भाजपा के चुनाव प्रचार जितना नकारात्मक नहीं है। उन्होंने कहा, 'हमने आम आदमी को प्रभावित करने वाले असली मुद्दे उठाए और उनके समाधानों पर बात की, वहीं मोदी जी लगातार महत्वहीन मुद्दों पर बोले जा रहे हैं।' प्रियंका गांधी ने विपक्ष के सवालों का जवाब न देने के लिए भी मोदी की आलोचना की।

उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री उनसे पूछे गए सवालों के जवाब नहीं देते हैं। उन्हें 15 लाख रुपये देने, हर साल दो करोड़ रोजगार देने और किसानों की आय पर जवाब देना चाहिए। वे राहुल जी (कांग्रेस अध्यक्ष) द्वारा विभिन्न मुद्दों पर बहस की दी गई चुनौती पर भी चुप हैं। कहां चला गया छप्पन इंच का सीना।'