कांग्रेस को अपने दम पर बहुमत मिलने का चांस नहीं, BJP को 160 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी : कपिल सिब्बल

कांग्रेस के सीनियर लीडर कपिल सिब्बल ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी पार्टी अपने दम पर बहुमत मिलने का चांस नहीं है, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन की सरकार बन सकती है। यही नहीं कपिल सिब्बल ने कहा कि यदि कांग्रेस को आम चुनाव में 272 सीटें मिलती हैं तो फिर राहुल गांधी को पीएम पद के लिए नामित करना चाहिए। कपिल सिब्बल ने कहा, 'हम जानते हैं कि हमें बहुमत नहीं मिल सकता है। हमें मालूम है कि 272 सीटें नहीं हम नहीं ला सकते है, लेकिन हमें यह भी पता है कि बीजेपी भी 160 से ज्यादा सीटें नहीं ला पाएगी।' यह कहे जाने पर कि वह कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दे रहे हैं, उन्होंने कहा, 'क्यों नहीं? बिल्कुल इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हमें बहुमत मिलना मुश्किल है।' एक बार फिर पूछे जाने पर कि क्या वह यह कहना चाहते हैं कि कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, 'हमें अपने दम पर 272 सीटें नहीं मिलेंगी। लेकिन, बीजेपी को भी 160 से ज्यादा सीटें नहीं मिल पाएंगी।' कपिल सिब्बल ने यह दावा भी किया कि चुनाव में यूपीए के नेतृत्व वाला महागठबंधन आगे रहेगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो हम गठबंधन को विस्तार देंगे और उसमें उत्तर प्रदेश के दलों को भी शामिल करेंगे। हालांकि गठबंधन में पीएम के सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि इसका फैसला गठबंधन ही लेगा और इस सब पर 23 मई के बाद ही कोई बात की जा सकती है।

मोदी सरकार के 5 साल सर्वाधिक त्रासदीपूर्ण और विनाशकारी रहे : मनमोहन सिंह

हालांकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि लोग मोदी सरकार और बीजेपी को खारिज करने का मन बना चुके हैं ताकि भारत के भविष्य को सुरक्षित बनाया जा सके। खामोश लहर अब बीजेपी के बड़बोलेपन के खिलाफ चल रही है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना बुलाये पाकिस्तान जाने से लेकर आतंकवादी हमले की जांच के सिलसिले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को पठानकोट हवाई ठिकाने पर आमंत्रित करने तक पाकिस्तान पर मोदी की लापरवाही भरी नीति असंगतिपूर्ण है। मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारे कार्यकाल के दौरान उठाये गये कुछ प्रमुख कदमों में अमेरिका के साथ असैन्य परमाणु सहयोग, कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते और चीन के साथ सीमा वार्ता शामिल हैं। मुम्बई में 26 नवम्बर, 2008 को हुए आतंकवादी हमले के बाद, हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग को तेज करते हुए, पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग करने में सफल हुए थे। उन्होंने कहा कि लोग हर रोज की बयानबाजी और मौजूदा सरकार के दिखावटी बदलाव से तंग आ चुके हैं। ‘भ्रांति और बीजेपी के बड़बोलेपन’ के खिलाफ लोगों में एक खामोश लहर है।