
लोकसभा चुनावों के लिए सोमवार को बीजेपी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र को संकल्प पत्र का नाम दिया है। संकल्प पत्र जारी होने के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि साल 2022 में जब आजादी के 75 साल होंगे, तब सपनों का भारत बनाने के लिए हमने 75 लक्ष्य तय किये हैं। BJP के घोषणा पत्र को लेकर तमाम विपक्षी दल हमलावर हैं। घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी जम्मू-कश्मीर से धारा 35A हटाने की कोशिश करेगी। घोषणा पत्र में धारा 35 A को जम्मू-कश्मीर के गैर स्थाई निवासियों और महिलाओं के लिए भेदभावपूर्ण बताया गया है। इसके साथ ही धारा 370 पर भी दृष्टिकोण को दोहराया गया है। इसे लेकर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने भी हमला बोला है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब बात जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की हो तो भाजपा को आग से नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने साथ ही चेतावनी दी कि अनुच्छेद 370 खत्म करना, राज्य की भारत से आजादी होगी। महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा, 'यदि आप जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 से मुक्त करते हैं तो आप राज्य को देश से भी मुक्त करेंगे। मैंने कई बार कहा है कि अनुच्छेद 370 जम्मू कश्मीर को देश से जोड़ता है। जब आप इस सेतु को तोड़ते हैं, भारत राज्य पर अपनी वैधता भी खो देगा। वह कब्जा करने वाली ताकत बन जाएगा।' पीडीपी नेता ने चेतावनी दी कि भाजपा को आग से खेलने से परहेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य के विशेष दर्जे में कोई भी बदलाव पूरे दक्षिण एशिया को खतरे में डाल सकता है। उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर पहले ही विस्फोटक के ढेर पर है और हमने उसकी झलक पुलवामा में देखी। यदि भाजपा ऐसे बयान देना बंद नहीं करती है और ऐसे इरादे (अनुच्छेद 370 के बारे में) नहीं छोड़ती है तो इससे न केवल जम्मू कश्मीर बल्कि पूरा क्षेत्र जलेगा।' उन्होंने कहा, 'इसलिए मेरी भाजपा को चेतावनी है कि वह आग से खेलना बंद करे। जम्मू कश्मीर में विस्फोटक है। यदि आपने चिंगारी लगाई, सब कुछ आग की लपटों में होगा।कोई जम्मू कश्मीर और भारत नहीं होगा।' इससे पहले मुफ्ती ने कहा कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने पर भारतीय संविधान राज्य में लागू नहीं होगा।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा के घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रही थीं, जिसमें पार्टी ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'भाजपा मोर्चों पर असफल हुई है, चाहे वह बेरोजगारी हो, किसानों का मुद्दा हो या महंगाई हो। अब वे मुद्दे तलाश रहे हैं, जिनका इस्तेमाल वे वोट जुटाने के लिए कर सकें।'
उन्होंने एक ट्वीट किया, 'अदालत में समय क्यों गंवायें। भाजपा द्वारा अनुच्छेद 370 समाप्त करने का इंतजार करें। वह हमें स्वत: ही चुनाव लड़ने से रोक देगा, क्योंकि भारतीय संविधान जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होगा।' महबूबा मुफ्ती इन खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रही थीं कि दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें पीडीपी अध्यक्ष और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के लोकसभा चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया है। महबूबा अनंतनाग से, जबकि अब्दुल्ला श्रीनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। महबूबा ने उर्दू के मशहूर शायर अल्लामा इकबाल का एक शेर पढ़ा, 'ना समझोगे तो मिट जाओगे ए हिंदुस्तां वालों, तुम्हारी दास्तां तक भी ना होगी दास्तानों में।'