INS विराट पर पिकनिक : PM मोदी पर चिदंबरम का हमला, कहा - आखिर उन्‍हें इतने झूठ बताता कौन है?

लोकसभा चुनाव के दो चरण शेष रह गए हैं.भारतीय जनता पार्टी बोफोर्स घोटाला, सिख दंगा, भोपाल गैस त्रासदी को लेकर कांग्रेस के खिलाफ हमलावर है वही इन्ही आरोपों के बीच इस सप्‍ताह की शुरुआत में रामलीला मैदान में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर विमानवाहक पोत INS विराट को ' निजी टैक्‍सी' के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कहा राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए विमानवाहक पोत INS विराट का इस्तेमाल एक द्वीप पर परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए किया था। पीएम मोदी PM Narendra Modi) ने दावा किया था कि इसमें इटली से आए उनके रिश्तेदार भी शामिल हुए थे और INS विराट का इस्तेमाल टैक्सी की तरह किया गया था।

पीएम मोदी ने अपने चुनावी भाषण में साफ कहा कि राजीव गांधी ने आईएनएस विराट को निजी इस्‍तेमाल के लिए 'टैक्‍सी' बना दिया था। पहले भी कांग्रेस को आगामी दो चरणों के चुनाव राजीव गांधी के नाम पर लड़ने की चुनौती देने वाले पीएम मोदी के इस बयान से सियासत में उबाल आ गया। बीजेपी जहां पीएम मोदी की बातों को वाजिब ठहराने में जुटी है, वहीं कांग्रेस खुलकर राजीव गांधी के बचाव में उतर आई है।इस कड़ी पर गुरुवार को कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी जिस यात्रा की बात कर रहे हैं, वो पूर्व प्रधानमंत्री की आधिकारिक यात्रा थी। मोदी के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए गांधी-नेहरू परिवार को लेकर झूठ फैला रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आजकल वायुसेना के जेट को अपनी टैक्सी बना लिया है। उनकी चुनावी यात्राओं में जेट विमानों के इस्तेमाल के लिए 744 रु से कम भुगतान हो रहा है। 1987-88 के दौरान वजाहत हबीबुल्लाह लक्षद्वीप के प्रशासक थे, जहां राजीव ने यात्रा की थी। उन्होंने भी कहा कि यह यात्रा आधिकारिक थी।

इसी क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता पी. चिदम्बरम ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्‍होंने ट्वीट कर पीएम मोदी पर 'झूठ बोलने' का आरोप लगाया और सवालिया लहजे में यह भी कहा कि आखिर उन्‍हें इतने झूठ बताता कौन है?

पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को एक के बाद एक कई सिलसिलेवार ट्वीट किए, जिसमें उन्‍होंने यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुए 'सर्जिकल स्‍ट्राइक' को लेकर सवाल उठाए जाने पर भी जवाब दिया। उन्‍होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'यदि पीएम को यूपीए सरकार के दौरान सीमा पार कार्रवाई के सबूत नहीं मिले, तो इसका मतलब है कि जानकारी उनसे छुपाई जा रही है। आप उन जनरल से बात क्यों नहीं करते, जिन्होंने कहा कि 'यह पहली बार नहीं है और यह आखिरी बार भी नहीं है?''

राजीव गांधी पर आईएनएस विराट के इस्‍तेमाल को लेकर पीएम मोदी की टिप्‍पणी का जवाब देते हुए चिदम्‍बरम ने कहा, 'मैं उत्सुक हूं यह जानने के लिए कि प्रधानमंत्री को ये झूठ कौन बताता है? पीएम तथ्यों की जांच किए बिना झूठ क्यों बोलते हैं?' एक अन्‍य ट्वीट में उन्‍होंने कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी का एक और झूठ पकड़ा गया। नौसेना के शीर्ष अधिकारियों ने कहा है कि राजीव गांधी ने INS VIRAAT का उपयोग आधिकारिक यात्रा पर ही किया था।'

यहां उल्‍लेखनीय है कि निजी छुटि्टयों के लिए राजीव गांधी द्वारा आईएनएस विराट के इस्तेमाल को लेकर पीएम मोदी की टिप्‍पणी के बाद नौसेना के पूर्व अधिकारी भी दो खेमों में बंटे नजर आ रहे हैं।

दो खेमों में बंटे नौसेना के पूर्व अधिकारी

वही आईएनएस विराट पर नौसेना अधिकारी रहे कोमोडोर हरिंदर सिक्का ने टाइम्स नाउ से बातचीत में कहा कि इस बारे में उन्होंने निजी तौर पर शिकायत की थी लेकिन उन्हें चुप करा दिया गया।

नौसेना के पूर्व अधिकारी ने कहा, 'आईएनएस विराट को निजी तौर पर इस्तेमाल किए जाने पर नौसेना के अधिकारियों में नाराजगी थी लेकिन हम लाचार थे क्योंकि न तो हम अपनी आवाज उठा सकते थे और न ही शिकायत कर सकते थे। ऐसा करने पर हम पर केस दर्ज हो जाता। आप नौसेना के एक पिन का भी यदि इस्तेमाल करते हैं तो इसकी लिखित में अनुमति लेनी होती है।' जब उनसे पूछा गया कि इस बारे में शिकायत क्यों नहीं की। इस सवाल पर पूर्व अधिकारी सिक्का ने कहा, 'हम खुले तौर पर इस पर जांच नहीं बिठा सकते थे। अगर आप ऐसा करते तो इसे विद्रोह कहा जाता। मैंने उस समय के अपने कमाडिंग अफसर के सामने इस मुद्दे को उठाया था लेकिन मुझसे कहा गया कि राजीव गांधी प्रधानमंत्री हैं। हमें इस बारे में मुंह बंद रखने के लिए कहा गया। यह काफी आपत्तिजनक था। इस तरह की चीजें तब नहीं होनी थीं और आज भी नहीं हो सकतीं।' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री युद्धपोत पर आ सकते हैं लेकिन उनकी पत्नी यदि विदेशी नागरिक हैं तो उन्हें इस शिप पर आने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि यह युद्धपोत किसी परिवार का नहीं था।'

वहीं, रिटायर्ड वाइस एडमिरल विनोद पसरिचा ने एक चैनल से बातचीत में आईएनएस विराट और राजीव गांधी को लेकर किए जा रहे दावे को झूठा बताया। पसरीचा 1984-89 तक आईएनएस विराट के इनचार्ज थे, तब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा- पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया वॉरशिप पर दो दिन के आधिकारिक दौरे पर थे। सभी प्रोटोकॉल फॉलो किए गए थे। इस दौरान कोई विदेशी या अन्य मेहमान नहीं मौजूद था। कोई भी छुट्टी पर नहीं आया था। प्रधानमंत्री के परिवार में से केवल राहुल गांधी मौजूद थे।