यूपी की बस पॉलिटिक्स में आया नया मोड़, योगी के मंत्री ने अब कांग्रेस पर लगाया ये आरोप

उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में एक हजार बसों को लेकर शुरू हुई राजनीति अब और बढ़ती जा रही है। योगी सरकार के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्राइवेट बसों के बजाय राजस्थान रोडवेज की बस भेज रही है, जो हम किसी पार्टी से नहीं ले सकते हैं। अगर हमें राजस्थान रोडवेज की बस लेनी होगी तो सरकार आपस में बात करके लेगी। अशोक कटारिया ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त बसें हैं और हम लगातार लाखों लोगों को पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस सिर्फ राजनीति कर रही है। यह जो 879 बसें ठीक बताई जा रही हैं, वह सब राजस्थान सरकार की हैं। अगर कांग्रेस को इतनी ही चिंता है तो वह राजस्थान से मजदूरों को सीधे उत्तर प्रदेश क्यों नहीं भेज रही। उन्होंने कहा कि हमारे चीफ सेक्रेट्री उनके चीफ सेकेट्री से बात कर यह कर सकते हैं। अगर कांग्रेस इतनी ही उतावली है तो कोटा से बच्चों को निकालते वक्त उसने बस क्यों नहीं दी।

वहीं, राज्य के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने लोकभवन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि पंजाब और राजस्थान में प्रवासियों को बसें क्यों नहीं उपलब्ध कराई जा रही हैं। शर्मा ने कांग्रेस पर मजदूरों की वापसी को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके अतिरिक्त कोटा में जब बच्चे परेशान हो रहे थे तब राजस्थान सरकार को उनकी याद क्यों नहीं आयी। उस समय 630 बसें योगी सरकार ने राजस्थान भेजकर बच्चों को मंगवाने का काम किया था।

डिप्टी सीएम ने कहा- कांग्रेस की महासचिव ने एक बसों की सूची प्रस्तुत की थी। कांग्रेस की सूची में 460 बसें फर्जी निकली जिनका फ़िटनेस भी नहीं था। इसके अलावा 98 एम्बुलेंस, ऑटो, बाइक 68 वाहनों के कागज ही नहीं था। कांग्रेस ने जो सूची दी थी उसमें 460 बसे फर्जी हैं और उसमें भी 297 कबाड़ की हालत में हैं। 297 बसों की कोई फिटनेस नहीं है। इनमें 98 थ्री व्हीलर कार और एंबुलेंस हैं जिनके डिटेल दिए गए हैं।

800 बसों के साथ बॉर्डर पार करने की कोशिश

इस बीच दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर बुधवार दोपहर के वक्त कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला करीब 800 बसों के साथ बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वहां पर पहले से ही मौजूद नोएडा पुलिस ने रोक दिया और बसों को यू-टर्न लेना पड़ा। राजीव शुक्ला ने कहा कि सरकार साफ तौर पर देख ले कि यह बसें हैं या स्कूटर या ई-रिक्शा।

कांग्रेस विधायक ने ही प्रियंका गांधी को घेरा

रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने इस पूरे मामले पर अपनी ही पार्टी को घेर लिया है। अदिति सिंह ने पार्टी के रुख की कड़ी आलोचना करते हुए ट्वीट किया है। अदिति ने ट्वीट में लिखा 'आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत, एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 ऑटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।'