कोझिकोड। उत्तरी कोझिकोड जिले के ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में विलंगडु और मलयंगडु क्षेत्रों में मंगलवार को भूस्खलन की सूचना के बाद एक व्यक्ति लापता हो गया, कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और पुल और सड़कें बह गईं।
भारी बारिश के कारण मंगलवार तड़के पड़ोसी वायनाड जिले के पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ, जिसमें 80 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका के कारण मौतों की संख्या में संभावित वृद्धि की आशंका जताई जा रही है।
कोझिकोड जिला अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय रक्षा बचाव बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों ने लापता व्यक्ति की तलाश के लिए अभियान शुरू किया है। मारुथोंगरा गांव और कैथप्पोइल-अनोरम्मल रोड पर क्रमशः भूस्खलन और मिट्टी धंसने की खबरें आईं।
उन्होंने बताया कि मलयंगडु पुल बह गया, जिसके कारण 15 परिवार मुख्य क्षेत्र से कट गए हैं। नदी के किनारे रहने वालों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है और एनडीआरएफ टीम के नेतृत्व में बचाव अभियान जारी है।
लगातार भारी बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने पर यहां कक्कयम बांध के शटर खोल दिए गए। इसके बाद अधिकारियों ने कुट्टियाडी नदी के किनारे रहने वालों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने का आग्रह किया। कुट्टियाडी नदी के अलावा जिले के चालियार, चेरुपुझा और महिपुझा सहित कई अन्य जलाशयों में जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया।
अधिकारियों ने आगे बताया कि जिले में पर्यटन केंद्रों को बंद कर दिया गया है और खदान और खनन गतिविधियों को रोकने का आदेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 196 परिवारों के 854 लोगों को 41 राहत
शिविरों में पहुंचाया गया है।